तो क्या ये है वाराणसी पुल हादसे का कारण?
मंगलवार को काल के गाल में समाये ड़ेढ दर्जन से अधिक लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है.. किस वजह से वाराणसी में निर्माणाधीन पुल का हिस्सा गिरा.. यह ऐसे ज्वलंत सवाल हैं जिनका जवाब हर कोई जानना चाहता है। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव की रिपोर्ट..
वाराणसी: कैंट रेलवे स्टेशन के सामने मंगलवार को निर्माणाधीन चौकाघाट फ्लाईओवर के बीम के अचानक गिरने से करीब ड़ेढ दर्जन लोगों को मौत हो गई है। वहीं अब घटना की प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि बेयरिंग पर रखे बीम के अचानक गिरने से ये हादसा हुआ है।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक फ्लाईओवर की कुल लंबाई 1710 मीटर है। जबकि ज्यादातर पिलर की पाइलिंग हो चुकी थी। वहीं लहरतारा की ओर से स्लैबिंग के लिए पिलरों पर बीम रखा गया था। इसी पिलर के गिरने की वजह से ये हादसा हुआ है।
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खबर के मुताबिक इस पुल में कुल 64 पीलर का निर्माण होना है जिनमें से 45 पीलर का निर्माण हो चुका है। हर पीलक को करीब 27 मीटर की दूरी पर बनाया जा रहा है।
सेतू निगम के परियोजना प्रबंधक केआर सूदन ने इस हादसे को लेकर कहा कि हमने दो महीने पहले ही पिलर पर बीम चढ़ा दिया था। इस दौरान कई बार आंधी आई, लेकिन तब भी बीम नहीं गिरा। बीम गिरने का कारण अभी तक समझ में नहीं आया है।