क्या है देश में शॉपिंग मॉल परिचालकों का हाल, जानें होगा नुकसान या फायदा

डीएन ब्यूरो

खुदरा खपत में बढ़ोतरी और संपत्तियों के किराये में वृद्धि से शॉपिंग मॉल परिचालकों की आय चालू वित्त वर्ष में सात-नौ प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने यह अनुमान जताया है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: खुदरा खपत में बढ़ोतरी और संपत्तियों के किराये में वृद्धि से शॉपिंग मॉल परिचालकों की आय चालू वित्त वर्ष में सात-नौ प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने यह अनुमान जताया है।

क्रिसिल ने बयान में कहा, “चालू वित्त वर्ष में खुदरा बिक्री में तेजी और बेहतर किराया मिलने से मॉल परिचालकों की कमाई में सात से नौ प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। यह कोविड-पूर्व या वित्त वर्ष 2019-20 के राजस्व का लगभग 125 प्रतिशत होगा।”

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एजेंसी ने बताया कि बीते वित्त वर्ष कोविड संबंधी अंकुश हटाए जाने के बाद से मॉल में आने वाले लोगों की संख्या में खासी वृद्धि हुई है और राजस्व 60 प्रतिशत वृद्धि के साथ कोविड-पूर्व के स्तर का 116 प्रतिशत हो गया है।

एजेंसी ने कहा, “इसके साथ ही मॉल में स्थलों की मांग बढ़ने, लागत कम करने के उपायों और मजबूत बही-खातों से मॉल संचालकों का जोखिम इस वित्त वर्ष में कम रहेगा।”

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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, क्रिसिल रेटिंग्स ने 17 शहरों के 28 मॉल का विश्लेषण किया है। इनपर कुल लगभग 8,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।










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