अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में क्या है रेड, ब्लू और पर्पल स्टेट्स का महत्व?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रेड, ब्लू और पर्पल राज्य का खास जिक्र होता है। इस संबंध में ज्यादा जानकारी के लिये पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट।
नई दिल्ली: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान तीन श्रेणियों का खास जिक्र होता है। रेड, ब्लू और पर्पल राज्य। आज के इस आर्टिकल में अमेरिकी चुनाव में इन तीन रंगों के महत्व के बारे में विस्तार से समझाया गया है।
रेड स्टेट्स
रेड स्टेट्स वे राज्य हैं जो परंपरागत रूप से रिपब्लिकन पार्टी का समर्थन करते हैं। यहां रिपब्लिकन उम्मीदवार को अक्सर भारी बहुमत से वोट मिलते हैं। लाल रंग रिपब्लिकन पार्टी का प्रतीक होता है। यही कारण है कि इन राज्यों को रेड स्टेट्स कहा जाता है। टेक्सास, ओक्लाहोमा और अलाबामा जैसे राज्य रेड स्टेट्स श्रेणी में आते हैं।
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पर्पल स्टेट्स
पर्पल स्टेट्स को स्विंग स्टेट्स या बैटलग्राउंड स्टेट्स भी कहा जाता है। ये वो राज्य हैं जिनका राजनीतिक झुकाव स्पष्ट नहीं है। ये कभी रिपब्लिकन और कभी डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन करते हैं। ये राज्य चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यहां के वोट अक्सर चुनाव के परिणाम को तय करने में निर्णायक होते हैं। फ्लोरिडा, ओहायो और पेनसिल्वेनिया जैसे राज्य पर्पल स्टेट्स की श्रेणी में आते हैं।
ब्लू स्टेट्स
ब्लू स्टेट्स राज्य डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन करते हैं। इन राज्यों में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार को अक्सर भारी बहुमत से वोट मिलते हैं। नीला रंग डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रतीक होता है। इसलिए इन्हें ब्लू स्टेट्स कहा जाता है। कैलिफोर्निया, मैसाचुसेट्स और न्यूयॉर्क जैसे राज्य आमतौर पर ब्लू स्टेट्स की श्रेणी में आते हैं।
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चुनाव का फोकस
चुनाव के दौरान पर्पल स्टेट्स पर सबसे अधिक ध्यान दिया जाता है। इन राज्यों के वोट चुनाव के परिणाम को तय कर सकते हैं। इन स्टेट्स में चुनाव अभियान, विज्ञापन और रैलियों पर अधिक जोर दिया जाता है।