Delhi MCD Election Results: दिल्ली नगर निगम चुनाव में क्यों हुई भाजपा की हार, कैसे जीते केजरीवाल?

डीएन ब्यूरो

जिस तरह से आक्रामक चुनाव प्रचार भाजपा ने दिल्ली नगर निगम के चुनाव में किये और अपने अधिकतर बड़े नेताओं को दिल्ली की एक-एक गली में उतार दिया, इसके बावजूद सत्तारुढ़ दल को जनता ने नकार दिया। इसका क्या कारण है, जानिये इस खास रिपोर्ट में। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)


नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के चुनावी नतीजे आने के बाद हर तरफ इस बात की चर्चा है कि और इस सवाल का जवाब हर कोई जानना चाहता है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा की हार क्यों हुई? ऐसी कौन सी वजह थी जिसकी वजह से अरविंद केजरीवाल का पार्टी जीत गयी? 

एमसीडी चुनाव में AAP ने पूर्ण बहुमत वाली जीत दर्ज करते हुए 134 सीटों पर कब्जा किया है जबकि BJP के खाते में 104 सीटें आई हैं। कांग्रेस को 9 सीटें मिली है जबकि अन्य को तीन सीट मिली हैं।

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भारतीय जनता पार्टी पिछले 15 सालों से दिल्ली नगर निगम में काबिज थी जबकि आम आदमी पार्टी को उदय हुए महज 8 साल ही हुए हैं। नई नवेली आप पार्टी द्वारा भाजपा को बुरी तरह मिली शिकस्त ने कई संदेश दे दिये हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ ने जब एमसीडी चुनाव में भाजपा की हार को लेकर जनता की राय जानी तो कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आये। 

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जनता का मानना है कि एमसीडी चुनाव में भाजपा ने नकारात्मक मुद्दों को तूल दिया और बेवजह कीचड़ उछालने का काम किया। लोगों का कहना है कि भाजपा यदि अपने पिछले 15 सालों के कार्यों को लेकर जनता के बीच जाती और आने वाले 5 सालों के कार्यों का रोड मैप पेश करती तो ये भाजपा के लिये कहीं बेहतर होता।

आम आदमी पार्टी ने भाजपा की राजनीति से उलट कूड़े-कचरे का मुद्दा उठाया और लोगों को दिल्ली में कूड़े के पहाड़ों समेत तमाम बुराइयों से निजात दिलाने का भरोसा दिलाया। यही कारण है कि आप पार्टी के संदेश को लोग भली-भांति समझे और आप को नगर निगम में पहली बार पहुंचाने का काम किया।










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