दिल्ली विश्वविद्यालय में अनुसंधान कार्यक्रम के लिए आवेदन आमंत्रित, जानिये पूरा अपडेट

डीएन ब्यूरो

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए अपने विभिन्न विभागों और केंद्रों के संकाय सदस्यों से अल्पकालिक अनुसंधान प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए अपने विभिन्न विभागों और केंद्रों के संकाय सदस्यों से अल्पकालिक अनुसंधान प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को इस बात की जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस संकाय अनुसंधान कार्यक्रम के अतंर्गत विश्वविद्यालय ने अनुसंधान प्रस्ताव का पुनरीक्षण करने के बाद चयनित अभ्यर्थियों को अधिकतम पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता मुहैया कराने की योजना बनाई है।

डीयू ने कहा, ''दिल्ली विश्वविद्यालय अपने अनुसंधान विभाग का समर्थन और उसमें विस्तार की प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए 'इंस्टिट्यूशन ऑफ एमिनेंस' (आईओबी) योजना के तहत वर्ष 2023-24 के लिए विश्वविद्यालय विभागों और केंद्रों के संकाय सदस्यों से अल्पकालिक अनुसंधान प्रस्ताव (एक वर्ष की अवधि के लिए) आमंत्रित करता है।''

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विश्वविद्यालय ने नोटिस में कहा, ''दिल्ली विश्वविद्यालय, संकाय सदस्यों से व्यक्तिगत तौर पर या फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के किसी भी कॉलेज सहित विश्वविद्यालय के भीतर/बाहर के अन्य शोधकर्ता (एक सहयोगी तक) के सहयोग से अनुसंधान प्रस्ताव आमंत्रित करता है।''

नोटिस के मुताबिक, प्रस्ताव दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है और चयन विश्वविद्यालय की प्रस्ताव मूल्यांकन समिति द्वारा किया जाएगा।

इसमें कहा गया, ''दिल्ली विश्वविद्यालय ने विभिन्न संकायों और विषयों के लिए अधिकतम वित्तीय सहायता को भी सूचीबद्ध किया है।''

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नोटिस के मुताबिक, अगर शोध विषय प्रायोगिक विज्ञान या अंतःविषय और व्यावहारिक विज्ञान से संबंधित है तो एक शोधकर्ता को अधिकतम पांच लाख रुपये की सहायता मिल सकती है। वहीं, सैद्धांतिक विज्ञान के लिए चार लाख रुपये, सामाजिक विज्ञान, अंतःविषय और व्यावहारिक सामाजिक विज्ञान प्रबंधन के लिए तीन लाख रुपये और मानविकी व कानून के लिए दो लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता मुहैया कराई जाएगी।

विश्वविद्यालय ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए सिर्फ वही संकाय सदस्य पात्र हैं, जो परियोजना प्रस्ताव दाखिल करने के समय तक विश्वविद्यालय की स्थायी सेवा में हैं या फिर जिनकी सेवा कम से कम मार्च 2024 तक बची हुई है।










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