बलियाः सरकार के दावों की फिर खुली पोल, अंधेरे में रहने को मजबूर लोग, सुनिये ग्रामीणों का दर्द
यूपी की योगी सरकार के दावों की एक बार फिर पोल खुल गई है। यहां बलिया के एक गांव में कई सालों बिजली की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बलियाः केंद्र की मोदी सरकार व उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के दावों की एक बार फिर पोल खुल गई है। जनपद बलिया के एक गांव में बिजली की समस्या से लोग जूझ रहे हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, जनपद के नवानगर ब्लॉक अंतर्गत गांग किशोर गांव की दलित बस्ती के लोग बिजली आपूर्ति की समस्या से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि 2015 से बिजली आपूर्ति नहीं हो रही है।
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ग्रामीणों ने बताया कि राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के दौरान बस्ती में ठेकेदार ने पोल लगाकर छोड़ दिया था। न बिजली के खंभों पर तार है और न ही कहीं ट्रांसफार्मर है। लोगों को मोबाइल चार्ज करने के लिए दूसरी जगह जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने कहा कि लोगों को बिजली नहीं दी जा रही है लेकिन भारी भरकम बिल थमाया जा रहा है।
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ग्रामीणों ने कहा, "बच्चों को पढ़ने में भी दिक्कत हो रही है... कुछ ही दिनों में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू होनी है लेकिन बस्ती में बिजली नहीं होने की वजह से आखिर बच्चे कैसे अंधेरे में पढ़ेंगे।"
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क्या बोला बिजली विभाग?
वहीं, एसडीओ बिजली विभाग, सिकंदरपुर अजय सरोज ने कहा, "हमें आपके माध्यम से जानकारी हुई है.. जाकर सर्वे करा रहे हैं, नहीं चला है तो उसका सुधार कर दिया जायेगा।