केंद्र को संजीवनी क्रेडिट सहकारी समिति के मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सहयोगी लोकेश शर्मा ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को संजीवनी क्रेडिट सहकारी समिति के मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि घोटाले में पैसा गंवाने वाले पीड़ितों को न्याय मिल सके। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सहयोगी लोकेश शर्मा ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को संजीवनी क्रेडिट सहकारी समिति के मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि घोटाले में पैसा गंवाने वाले पीड़ितों को न्याय मिल सके।
केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की खबरों पर शर्मा ने कहा कि घोटाले में गिरफ्तार अन्य आरोपियों की तरह एसओजी जांच में उनका अपराध साबित हुआ है।
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शर्मा ने ट्वीट किया, ‘‘बड़े आश्चर्य की बात है, एसओजी जांच में संजीवनी घोटाले में गिरफ्तार अभियुक्तों के समान ही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का जुर्म साबित हुआ है और उनके परिवार के सदस्यों का भी नाम है जैसा कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है। उलटे वे प्रदेश के मुख्यमंत्री पर मानहानि का केस दर्ज करा रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने कहा, “मुख्यमंत्री लगातार कह रहे हैं कि केंद्रीय मंत्री शेखावत निर्दोष हैं, तो वह गरीबों का पैसा वापस लेने के लिए आगे क्यों नहीं आते हैं? उनकी मांग रही है कि केंद्र सरकार इस मामले में सख्त कार्रवाई करे, जिसमें राजस्थान सरकार पूरा सहयोग करेगी।’’
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डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, शर्मा जुलाई 2020 में राज्य में उपजे राजनीतिक संकट के दौरान फोन टैपिंग के मामले में गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा दिल्ली में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में आरोपी हैं। शर्मा ने दिल्ली उच्च न्यायालय में इस प्राथमिकी को चुनौती दी है।