छत्तीसगढ़: आवासीय विद्यालय में बालिका से बलात्कार, विपक्ष ने कांग्रेस पर साधा निशाना
छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने सुकमा जिले के सरकारी आवासीय विद्यालय में एक बालिका के साथ बलात्कार की घटना को लेकर सरकार की आलोचना की है और कहा है कि अन्य राज्यों को लेकर हंगामा मचाने वाली कांग्रेस के नेता यहां की घटना पर मुंह नहीं खोल रहे हैं। सिंह ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''बस्तर संभाग के सुकमा जिले में एर्राबोर थानाक्षेत्र के एक शासकीय कन्या आवासीय विद्यालय में हुई पहली कक्षा की छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है।''
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने सुकमा जिले के सरकारी आवासीय विद्यालय में एक बालिका के साथ बलात्कार की घटना को लेकर सरकार की आलोचना की है और कहा है कि अन्य राज्यों को लेकर हंगामा मचाने वाली कांग्रेस के नेता यहां की घटना पर मुंह नहीं खोल रहे हैं। सिंह ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''बस्तर संभाग के सुकमा जिले में एर्राबोर थानाक्षेत्र के एक शासकीय कन्या आवासीय विद्यालय में हुई पहली कक्षा की छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है।''
उन्होंने कहा, ''इस मामले में जानकारी मिली है कि पहले पीड़ित बच्ची के परिजनों को छात्रावास से भगा दिया गया और प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। बच्ची का चिकित्सकीय परीक्षण नहीं हुआ। यह अमानवीयता की हद है। पीड़ित बच्ची और उसके माता पिता के साथ संवेदनहीनता का परिचय दिया गया।''
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''भूपेश बघेल सरकार के राज में अब बेटियां सुरक्षित नहीं है। बस्तर की बेटियों के साथ इस तरह की अमानवीय घटनाएं हो रही हैं और उसके बाद भी त्वरित कार्यवाही नहीं की जा रही है। आज तक इस घटना के आरोपी गिरफ्तार नहीं किये गये हैं। यदि अन्य राज्यों में इस तरह की घटना होती तो कांग्रेस हंगामा मचा कर राजनीति करती। मणिपुर की हिंसा पर राजनीति कर रही प्रदेश सरकार और कांग्रेस के लोगों ने बस्तर की इस अमानवीय घटना पर अब तक मुंह नहीं खोला है। यह कांग्रेस और प्रदेश सरकार की घोर आदिवासी विरोध सोच का परिचायक है तथा संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।''
उन्होंने कहा कि भाजपा की जांच समिति इस पूरे घटना क्रम के तथ्यों का विश्लेषण कर रही है तथा सारे तथ्यों को प्रदेश के साथ साझा किया जाएगा।
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इधर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान घटना को लेकर कहा कि सरकार पीड़िता को पूरा न्याय दिलाएगी।
बघेल ने कहा, ''पोटा केबिन में छात्रा के साथ जो दुष्कर्म की घटना हुई है वह बेहद निंदनीय है। पुलिस को जैसे जानकारी मिली, वैसे ही तत्काल कार्यवाही की गई। जो अपराधी फरार है उसे खोजने के लिए तत्काल टीम गठित की गई है। वहीं पोटा केबिन की अधीक्षक को भी निलंबित कर दिया गया है। शासन की ओर से पूरी कार्यवाही की गई है। सरकार पीड़िता को पूरा न्याय दिलाएगी।''
आदिवासी बाहुल्य सुकमा जिले के अधिकारियों ने बताया कि जिले के एर्राबोर थाना क्षेत्र के एक पोटा केबिन स्कूल के छात्रावास में 22 जुलाई (शनिवार) की रात में लगभग सात वर्षीय एक छात्रा के साथ बलात्कार की घटना हुई थी। घटना की सूचना पुलिस को 24 जुलाई को दी गई थी। पोटा केबिन राज्य के बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित गांवों में स्थापित पूर्व-निर्मित संरचना वाले आवासीय विद्यालय हैं। इसमें सुकमा जिले के गांव भी शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता और लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है तथा मामले की जांच के लिए सुकमा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौरव मंडल के नेतृत्व में आठ सदस्यीय दल का गठन किया गया है।
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जिला प्रशासन ने पुलिस को मामले की सूचना देने में कथित तौर पर देरी करने के कारण छात्रावास की अधीक्षिका और सहायक अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है।
भाजपा ने महिला विधायक रंजना साहू की अध्यक्षता में एक जांच दल का गठन किया है। इस दल में पार्टी के अन्य नेता भी शामिल हैं।