उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने रखी करतारपुर कॉरिडोर की नींव

डीएन ब्यूरो

उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भारत-पाकिस्तान की दोस्ती की नई कड़ी को जोड़ने वाले करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की आधारशिला रखी। पूरी खबर...

वेंकैया नायडू
वेंकैया नायडू


डेरा बाबा नानक: भारत-पाकिस्तान की दोस्ती की नई कड़ी को जोड़ने वाले करतारपुर साहिब सड़क गलियारे की उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को आधारशिला रखी।

पंजाब के गुरदासपुर जिले के मान गांव से पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा को जोड़ने वाली इस सड़क की आधारशिला कार्यक्रम में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह सहित कई नेता शामिल थे।

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सुश्री हरसिमरत और पंजाब के मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पाकिस्तान को धन्यावाद है। श्री सिंंह ने हालांकि पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को चेतावनी देते हुए कहा कि पंजाब में किसी भी तरह की गड़बड़ी करने पर माकूल जवाब दिया जायेगा। 

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उपराष्ट्रपति और केंद्रीय मंत्रियों के जमावड़े के कारण पुलिस प्रशासन अलर्ट पर रहा। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान सीमा से सटे इलाके के पास स्थित इस स्थान पर कार्यक्रम के लिए पुलिस प्रशासन की एक पूरी टीम को सुरक्षा में तैनात किया गया है।

भारत सरकार ने वर्ष 2019 में गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में करतारपुर सड़क गलियारे के निर्माण का 22 नवंबर, 2018 को फैसला किया था। इस सड़क का निर्माण भारत -पाकिस्तान सीमा तक एकीकृत विकास परियोजना के रूप में किया जायेगा।

करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान में भारत-पाक सीमा से लगभग तीन से चार किलोमीटर दूर स्थित है। पाकिस्तान में करतारपुर साहिब, भारत के पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक पूजास्थल से करीब चार किलोमीटर दूर रावी नदी के पार स्थित है। यह सिख गुरुद्वारा 1522 में सिख गुरु ने स्थापित किया था। पहला गुरुद्वारा, गुरुद्वारा करतारपुर साहिब, यहां बनाया गया था, जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां गुरु नानक देव का निधन हुआ था। इस कॉरिडोर का निर्माण होने के बाद भारतीय सिख समुदाय के लोग बिना किसी वीजा के करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेक सकेंगे।

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 28 नवंबर को पाकिस्तानी पक्ष वाले गलियारे के आधारशिला रखने के समारोह का उद्घाटन करेंगे। भारत-पाकिस्तान संबंध हाल के वर्षों में ऐसे स्तर पर पहुंचे हैं, कि उसमें कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं होती है। वर्ष 2016 में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के हमलों के बाद दोनों देशों के बीच संबंध तनावग्रस्त हो गए थे।(वार्ता)










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