अतिक्रमण विवाद: किसान ने एसडीएम कार्यालय के सामने किया आत्मदाह का प्रयास
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में कथित तौर पर एक किसान ने उसकी भूमि पर वन विभाग द्वारा कब्जा किए जाने के विरोध में मवाना के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) कार्यालय के सामने शुक्रवार को आत्मदाह करने का प्रयास किया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में कथित तौर पर एक किसान ने उसकी भूमि पर वन विभाग द्वारा कब्जा किए जाने के विरोध में मवाना के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) कार्यालय के सामने शुक्रवार को आत्मदाह करने का प्रयास किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने मामले के मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दिये हैं।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा,‘‘ इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण क्या हो सकता है...एक किसान, जिसे देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है, अपनी जमीन बचाने के लिए खुद को आग लगाने के लिए मजबूर हो रहा है।’’
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उन्होंने मांग की कि किसान का अच्छे से अच्छा इलाज कराया जाए और फिर उसकी जमीन लौटाई जाए।
अधिकारी ने बताया कि आत्मदाह का प्रयास करने वाले किसान की पहचान अलीपुर मोरना निवासी जगबीर (53) के तौर पर की गयी है।
उन्होंने बताया कि किसान का आरोप है कि वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए उसकी भूमि को सरकारी बताकर अपने कब्जे में ले लिया है। 70 फीसदी से अधिक जल जाने के कारण किसान की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बुरी तरह झुलसे किसान को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे बेहतर उपचार के लिये मेरठ भेजा गया ।
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जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया,‘‘ आज दोपहर मवाना तहसील में करीब साढ़े बारह बजे जगबीर ने आत्मदाह करने की कोशिश की। उसकी जेब से एक प्रार्थनापत्र मिला है, जिसमें कहा गया है कि उसकी जमीन पर वन विभाग ने कब्जा कर लिया है जिसकी सही तरीके से जांच करायी जाये।’’
उन्होंने कहा कि हालांकि प्रार्थनापत्र में इस बात का जिक्र नहीं है कि भूमि कब्जे की घटना कब की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उधर,क्षेत्रीय वन अधिकारी रविकांत चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में किसान के आरोपों को गलत बताया और किसान पर वन विभाग की जमीन जबरन जोतने का आरोप लगाया है।
आत्मदाह के प्रयास के मामले में जिलाधिकारी दीपक मीणा ने जांच समिति गठित की है। जिलाधिकारी ने बताया कि अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अमित कुमार और पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) कमलेश बहादुर को जांच सौंपी गयी है। उन्होंने बताया कि घटना के संबंध में 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी गई है।