कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मादा चीता ‘साशा’ की गुर्दे की बीमारी से मौत
मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में नामीबिया से लाये गए चीतों में से एक मादा चीता ‘साशा’ की गुर्दे की बीमारी के कारण मौत हो गयी। यह जापनकारी एक शीर्ष वन अधिकारी ने दी।
मध्य प्रदेश: कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में नामीबिया से लाये गए चीतों में से एक मादा चीता ‘साशा’ की गुर्दे की बीमारी के कारण मौत हो गयी। यह जापनकारी एक शीर्ष वन अधिकारी ने दी।
मध्य प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ, वन्यजीव) जे एस चौहान ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘चीता ‘साशा’ की गुर्दे के समस्या के कारण मृत्यु हो गई क्योंकि उसका क्रिएटिनिन स्तर बहुत अधिक था।’’
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‘साशा’ उन आठ चीतों में शामिल थी जिन्हें 17 सितंबर को नामीबिया से लाकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरित किया गया था।
उन्होंने कहा कि मादा चीता की सेहत करीब छह माह से ठीक नहीं थी और हाल ही में उसे इलाज के लिए पृथकवास बाड़े में वापस लाया गया था। उन्होंने कहा कि ‘साशा’ का क्रिएटिनिन स्तर 400 से ऊपर था, जिससे उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि आगे के ब्योरे की प्रतीक्षा है।
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उल्लेखनीय है कि क्रिएटिनिन का स्तर अधिक होना गुर्दे के ठीक तरह से काम नहीं करने का संकेत होता है।