कानपुर: कुपवाड़ा में शहीद हो गया घर का इकलौता चिराग ‘कैप्टन आयुष’
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सेना के कैंप पर गुरुवार सुबह एक बार फिर आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में कानपुर के कैप्टन आयुष यादव समेत सेना के तीन जवान शहीद हुए हैं।
कानपुर: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में गुरुवार तड़के बड़ा आतंकी हमला हुआ। आतंकिया ने सुबह चार बजे आर्मी कैंप पर फिदायीन हमला किया जिसमें सेना के तीन जवान शहीद हो गए। इस हमले में कमीशंड हुए कानपुर के कैप्टन आयुष यादव भी शहीद हो गए हैं। आतंकी हमले में शहीद हुए कैप्टन आयुष यादव की उम्र महज 24 साल थी।
बेटे की मौत की सूचना मिलते ही घर मे कोहराम मच गया हर तरफ चीख पुकार मच गई। परिजनों ने बताया कि 3 साल से देश की सेवा में लगा था । बता दें कि आयुष के पिता अरुणकान्त यादव पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर के पद पर बाँदा में तैनात हैं।
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पिता अरुण कांत यादव ने बताया कि कल रात ही आयुष ने मां से फोन पर बात की थी। इस दौरान पिता ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर सरकार इसी तरह काम करती रहेगी तो सेना पर हमले होते रहेंगे। पिता ने कहा कि सरकार के काम काज और आतंकियों से निपटने का तरीका गलत है जिसके कारण आए दिन हमारे जवान शहीद हो रहे हैं।
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जानकारी के मुताबिक चकेरी क्षेत्र के डिफेंस कॉलोनी निवासी आयुष एनडीए के जरिए सेना में भर्ती हुआ था।तीन वर्ष पहले आईएमए देहरादून से ट्रेनिंग करने के बाद उसे सेना में तैनाती मिली थी। करीब एक वर्ष से आयुष कश्मीर में तैनात थे।
आयुष अपने परिवार का इकलौता बेटा था। बेटे के शहादत की सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। डिफेंस कॉलोनी निवासी ही नहीं चकेरी क्षेत्र के सैकड़ों लोग पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच गए।