जानें आज क्यों है कर्नाटक बंद, बसें और ऑटो सामान्य रूप से चले
कन्नड़ लोगों के लिए नौकरियों में आरक्षण की अनुशंसा करने वाली रिपोर्ट के क्रियान्वयन की मांग को लेकर कन्नड़ समर्थक कुछ संगठनों द्वारा आहूत बंद का बेंगलुरु तथा राज्य के अन्य हिस्सों में बृहस्पतिवार को सामान्य जनजीवन पर कोई खास असर नहीं पड़ा।
बेंगलुरु: कन्नड़ लोगों के लिए नौकरियों में आरक्षण की अनुशंसा करने वाली रिपोर्ट के क्रियान्वयन की मांग को लेकर कन्नड़ समर्थक कुछ संगठनों द्वारा आहूत बंद का बेंगलुरु तथा राज्य के अन्य हिस्सों में बृहस्पतिवार को सामान्य जनजीवन पर कोई खास असर नहीं पड़ा। दक्षिण कन्नड़ जिले में एक बस पर पथराव जैसी एकाध घटनाओं को छोड़कर सुबह के वक्त बंद शांतिपूर्ण रहा। कर्नाटक में संगठनों के महासंघ कर्नाटक संगठनेगाला ओक्कूटा के बंद के बावजूद बसें और ऑटो रिक्शा सामान्य रूप से चलते रहे।
Bengaluru: CM meets pro-Kannada activists; they submitted a memorandum to him. Several pro-Kannada groups have called for K'taka bandh today demanding implementation of Sarojini Mahishi report, recommending certain percentage of jobs to Kannadigas in pvt & public sector companies pic.twitter.com/9KpflFs3PT
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— ANI (@ANI) February 13, 2020
ये संगठन सरोजिनी महिषी रिपोर्ट को लागू करने की मांग कर रहे हैं। उस रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि राज्य में निजी क्षेत्र की नौकरियों और केंद्र सरकार की नौकरियों में कर्नाटक के मूल निवासियों को प्राथमिकता दी जाए। बेंगलुरु में बसें सामान्य रूप से चलीं हालांकि इनमें सवारियों की संख्या न के बराबर रहीं। ऑटो रिक्शा चालकों के एक संगठन ने भी बंद का समर्थन किया है लेकिन ऑटो भी सामान्य रूप से चले। शहर के मुख्य कारोबारी इलाके केआर मार्केट और आसपास के क्षेत्र में भी बंद का असर नजर नहीं आया।
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कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ता शहर में व्यापारियों से दुकानें बंद करने की अपील करते दिखे। कर्नाटक-तमिलनाडु सीमा पर अनेकल में कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर जोर जबरदस्ती से दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद कराने की कोशिश की। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए महत्वपूर्ण स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने कन्नड़ समर्थक संगठनों से आंदोलन को शांतिपूर्ण बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने उक्त रिपोर्ट को लागू करने की दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। (भाषा)