कुमारस्वामी ने बगावत का झंडा बुलंद करने के लिए इब्राहिम पर निशाना साधा

डीएन ब्यूरो

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल(सेक्युलर) के प्रमुख एच.डी. कुमारस्वामी ने भाजपा से हाथ मिलाने को लेकर पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करने के लिए मंगलवार को प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सी.एम. इब्राहिम पर निशाना साधा और कहा कि वह उनके किसी बयान को गंभीरता से नहीं लेते। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल(सेक्युलर) के प्रमुख एच.डी. कुमारस्वामी
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल(सेक्युलर) के प्रमुख एच.डी. कुमारस्वामी


बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल(सेक्युलर) के प्रमुख एच.डी. कुमारस्वामी ने भाजपा से हाथ मिलाने को लेकर पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करने के लिए मंगलवार को प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सी.एम. इब्राहिम पर निशाना साधा और कहा कि वह उनके किसी बयान को गंभीरता से नहीं लेते।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक इब्राहिम ने सोमवार को पार्टी के कुछ नेताओं की बैठक बुलाई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी छोड़ने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता, क्योंकि वे असली जद(एस) का नेतृत्व कर रहे हैं।

कुमारस्वामी ने कहा, “अगर उनकी (इब्राहिम की) पार्टी असली है तो उन्हें एक बोर्ड लगाना चाहिए कि वह असली वाले हैं। उन्हें किसने रोका है? वह जो चाहते हैं करें। वह ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं। यह उनपर निर्भर करता है।”

आक्रोश भरे लहजे में उन्होंने कहा, “मैं उनके (इब्राहिम के) बयान को गंभीरता से क्यों लूं? कृपया मेरे साथ फिजूल बातों पर चर्चा मत कीजिए। यह ऐसा मामला नहीं है, जिसपर जवाब दिया जाए। पार्टी के नेता फैसला लेंगे। जो भी आवश्यक होगा, हम करेंगे।”

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पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री इब्राहिम ने सोमवार को कहा था कि वह जल्द ही 'कोर कमेटी' की बैठक बुलाएंगे।

उन्होंने कहा था कि कोर कमेटी एच.डी. देवेगौड़ा से मिलकर बैठक में लिए गए अपने फैसले से उन्हें अवगत कराएगी कि जद (एस) को भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए।

जद (एस) के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री जी.टी. देवेगौड़ा ने कहा कि मई में विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद इब्राहिम ने निराशाजनक प्रदर्शन के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एच.डी. देवेगौड़ा को अपना इस्तीफा सौंप दिया था, लेकिन उन्होंने इब्राहिम को पद पर बने रहने को कहा था।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जद(एस) ने निराशाजनक प्रदर्शन किया था और उसे 224 में से केवल 19 सीटों पर जीत मिली थी।

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जी. टी. देवेगौड़ा ने दावा किया कि इब्राहिम एक बैठक में मौजूद थे जहां सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हाथ मिलाने और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा बनने का फैसला किया गया था।

भाजपा के पूर्व मंत्री आर. अशोक ने इब्राहिम पर कटाक्ष किया।

पूर्व उपमुख्यमंत्री अशोक ने कहा, “पूरी दुनिया जानती है कि जद (एस) क्या है। जद (एस) का मतलब देवेगौड़ा है और देवेगौड़ा का मतलब जद(एस) है। क्या एक भी विधायक या सांसद सी.एम. इब्राहिम की बैठक में शामिल हुआ? पार्टी में एक कार्यकारी समिति है, जिसके पास सभी शक्तियां हैं। कार्यकारी समिति देवेगौड़ा के साथ है।''

 










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