लखनऊ: जेल में बंद भीम आर्मी के अध्यक्ष से मिलना चाहते थे अरविन्द केजरीवाल, सीएम योगी ने रोका

डीएन संवाददाता

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने यूपी की योगी सरकार पर देवरिया कांड समेत कई मामलों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने खुलासा किया कि दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल सहारनपुर जेल में बंद भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर उर्फ रावण से मिलना चाहते थे। पूरी खबर..

प्रेस कान्फ्रेंस में आप नेता संजय सिंह
प्रेस कान्फ्रेंस में आप नेता संजय सिंह


लखनऊ: आम आदमी पार्टी के नेता और राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने यूपी की भाजपा सरकार पर तानाशाही करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल सहारनपुर जेल में बंद भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर उर्फ रावण से मिलना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने योगी सरकार के ईशारे पर उन्हें मिलने नहीं दिया।

 

 

यह भी पढ़ें: देवरिया शेल्टर होम मामले पर बोली यूपी सरकार- बालिका गृह संचालक दबंग और प्रभावशाली थे 

यह भी पढ़ें | लखनऊ: शिक्षक की भूमिका में नजर आये अखिलेश यादव, छात्रों को दी नई सीख

देवरिया कांड पर सरकार को घेरा

सिंह ने यहां एक प्रेस वार्ता में योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देवरिया काण्ड का खुलासा पुलिस ने नहीं, बल्कि 10 साल की एक बालिका ने किया है। संजय सिंह ने सवाल उठाते हुये कहा कि जब 2017 मे संस्था की मान्यता समाप्त हो गई थी, तब भी बच्चों को वहां क्यों भेजा जाता रहा? उन्होंने कहा कि पूरे मामले  में शामिल रसूखदार लोगों के नाम भी सामने आना चाहिये।

लड़कियों के गायब होने की जांच की जाए

आप नेता ने इस मौके पर प्रतापगढ़, देवरिया, हरदोई, सुल्तानपुर आदि कई जिलों से भी लड़कियों के गायब होने की सूचनाओं पर यूपी सरकार से पूरे मामले की जांच किसी निष्पक्ष संस्था से कराने की मांग की।

यह भी पढ़ें | लखनऊ: अजा एवं वित्त विकास निगम के चेयरमैन बोले- SC/ST एक्ट पर लोगों को किया जा रहा गुमराह

यह भी पढ़ें: लखनऊ: देवरिया शेल्टर होम केस में बड़ी प्रशासनिक लापरवाही उजागर, नपेंगे कई बड़े अफसर 

संजय सिंह ने कहा कि पूरे मामले में जांच एजेंसियां जांच में भ्रमित हो सकती हैं, इसलिए यूपी के सभी संरक्षण गृहों की जांच हाई कोर्ट की निगरानी में करानी चाहिए। जिससे पूरे मामले में शामिल दोषियों को सजा दिलाई जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन की जांच से सच्चाई सामने नहीं आ पाएगी। ऐसे में हाई कोर्ट की निगरानी से ही दोषियों को सजा दिलाई जा सकती है।
 










संबंधित समाचार