UP पंचायत चुनाव रोकने की उठी मांग, BJP विधायक की CM योगी को चिट्ठी- कोरोना से हालत खराब, रोकिये चुनाव
उत्तर प्रदेश में गहराते कोरोना संकट के चलते राज्य में हो रहे पंचायत चुनावों को रोकने और टालने की मांग तेज होने लगी है। अब भाजपा विधायक ने भी यूपी सीएम योगी को इस मांग को लेकर चिट्ठी लिखी है। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: देश के कई राज्यों के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी कोरोना का संकट गहराता जा रहा है। कोरोना संकट के बीच यूपी में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को रोकने की मांग उठने लगी है। यूपी में गांव की सरकार के गठन के लिये आज चल रहे दूसरे चरण की वोटिंग के बीच सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। शीर्ष अदालत में दायर इस याचिका के अलावा अब यूपी में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है, जिसमें कोरोना संकट के चलते पंचायत चुनाव पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है।
उत्तर प्रदेश के बांदा सदर से भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में प्रकाश द्विवेदी ने राज्य में कोरोना के मौजूदा संकट का हवाला देते हुए यूपी में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
यह भी पढ़ें |
यूपी पंचायत चुनाव: कोरोना भय के बीच 3.2 करोड़ वोटर्स कर रहे 3.54 लाख से अधिक उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला, जानिये हर अपडेट
भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी ने सीएम योगी को लिखे पत्र में लिखा है कि कोरोना से गांव में लोग मर रहे हैं, हालात खराब हैं, ऐसे में पंचायत चुनाव रोकिए। उन्होंने लिखा है कि इस संकट में लोगों की जान बचाना जरूरी है। लोगों की जान बचाने और संक्रमण को रोकने के लिये पंचायत चुनाव पर उन्होंने रोक की मांग की है।
यह भी पढ़ें |
Corona in UP: सीएम योगी से ऑक्सिजन की मांग करने वाले BJP सांसद के भाई की कोरोना से मौत
बता दें कि इससे पहले भी कई लोग पंचायत चुनाव को टालने की मांग कर चुके हैं। कोरोना संकट के मद्देनजर ही सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है। इस याचिका में याचिकाकर्ता ने उत्तर प्रदेश में जारी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की है। याचिकाकर्ता द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी गई है, जिसमें हाईकोर्ट ने चुनावों को जारी रखने की अनुमति दी थी।