Uttar Pradesh: पूर्व सीएम अखिलेश भी उतरे किसान आंदोलन के समर्थन में, कल से हर जिले में सपा की किसान यात्रा
राजधानी दिल्ली से सटे सिंधु बॉर्डर पर समेत कई सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। किसानों को लगातार कई पार्टियों और नेताओं से भी समर्थन मिल रहा है। सपा ने भी किसानों के समरथन में बड़ा ऐलान किया है। पढिये, डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के आंदोलन को लगातार कई राजनीतिक पार्टियों, नेताओं और विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों का भी समर्थन मिल रहा है। किसानों का धरना-प्रदर्शन और आंदोलन भले ही फिलहाल दिल्ली और इससे सटी सीमाओं में ही हो रहा हो लेकिन यदि सरकार ने किसानों की मांगें पूरी नहीं की तो यह पूरे देश में फैल सकता है।
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनकी पार्टी भी किसानों के समर्थन में खुलकर सामने आ गयी है। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि वह सोमवार से उत्तर प्रदेश में किसानों के समर्थन में सभाएं करेंगे। उन्होंने कहा कि कल से राज्य के हर जिले में समाजवादी पार्टी द्वारा किसान यात्रा निकाली जायेगी।
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अखिलेश यादव कल खुद कन्नौज की किसान मंडी जाएंगे और यहां से किसान यात्रा में शामिल होंगे। किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है। किसानों के प्रस्तावित भारत बंद का कांग्रेस ने भी समर्थन किया है। अब सपा द्वारा भी किसानों के पक्ष में खुलकर सामने आने से सरकार पर लगातार दबाव बढता जा रहा है।
किसानों का आंदोन आज रविवार को 11वें दिन में प्रवेश कर गया है। किसानों और सरकार के बीच अब तक 5 राउंड की बातचीत हो चुकी है लेकिन हर बातचीत अब तक पूरी तरह असफल रही। कल शनिवार को विज्ञान भवन में लगभग पांच घंटे तक चली सरकार और किसानों की पांचवी बैठक भी बेनतीजा साबित हुई। अब 9 दिसंबर को फिर से एक बार सरकार और किसानों के बीच बातचीत होनी प्रस्तावित है।
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समझा जाता है कि यदि अगली बातचीत में भी किसानों और सरकार के बीच कोई सहमति नहीं बनती है तो किसानों का यह आंदोलन राष्ट्रव्यापी आंदोलन का रूप ले सकता है।