लखनऊ की 8 सीटों पर खिला कमल, एक पर चली साइकिल
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की 'सुनामी' चली। वहीं सूबे के राजधानी लखनऊ की नौ विधानसभा सीटों में से आठ पर मोदी लहर में 'कमल' खिला। वहीं एक ही विधानसभा सीट मोहनलाल गंज क्षेत्र पर समाजवादी पार्टी की 'साइकिल' दौड़ सकी। राजधानी में साइकिल इस तरह पंचर हुई कि अखिलेश सरकार के दो-दो मंत्री भी हार गए। लखनऊ की आठ विस सीट लखनऊ कैंट, लखनऊ उत्तर, लखनऊ पश्चिम, लखनऊ मध्य, लखनऊ पूर्व, सरोजनीनगर, बख्शी का तालाब और मलिहाबाद सीट पर भाजपा का परचम लहराया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की 'सुनामी' चली। वहीं सूबे के राजधानी लखनऊ की नौ विधानसभा सीटों में से आठ पर मोदी लहर में 'कमल' खिला। वहीं एक ही विधानसभा सीट मोहनलाल गंज क्षेत्र पर समाजवादी पार्टी की 'साइकिल' दौड़ सकी। राजधानी में साइकिल इस तरह पंचर हुई कि अखिलेश सरकार के दो-दो मंत्री भी हार गए। लखनऊ की आठ विस सीट लखनऊ कैंट, लखनऊ उत्तर, लखनऊ पश्चिम, लखनऊ मध्य, लखनऊ पूर्व, सरोजनीनगर, बख्शी का तालाब और मलिहाबाद सीट पर भाजपा का परचम लहराया। बस मोहनलाल गंज सीट पर सपा के उम्मीदवार अम्बरीश सिंह पुष्कर ने पार्टी की लाज बचा ली।
राजधानी की लखनऊ कैंट सीट से भाजपा की प्रत्याशी डॉ. रीता जोशी ने जीत हासिल की। उन्हें 95402 वोट हासिल हुए। उन्होंने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अर्पणा यादव को हराया। जिन्हें 61,606 वोट मिले। वहीं बसपा के उम्मीदवार योगेश दिक्षित 26,036 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। इन सब के अलावा 1150 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया है।
लखनऊ मध्य सीट पर भी भाजपा का परचम लहराया, यहां से भाजपा उम्मीदवार बृजेश पाठक जीते, जिन्हें 78,400 वोट मिले। उन्होंने सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे रविदास मेहरोत्रा को हराया। मेहरोत्रा को 73,306 वोट मिले तो बसपा के राजीव श्रीवास्तव को 24,313 वोट मिले। हालांकि इस सीट पर भी मतदाताओं ने नोटा को इस्तेमाल किया, लेकिन उनकी संख्या मात्र 824 रही।
यह भी पढ़ें |
विधानसभा चुनाव से पहले यूपी में राजनीतिक भगदड़, कल बसपा के पूर्व मंत्री तो आज पूर्व आईपीएस हुए सपा में शामिल
लखनऊ पूर्व विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के आशुतोष टंडन 'गोपाल जी' ने 1,35,167 वोट हासिल कर विजय पताका लहराई। उन्होंने सपा-कांग्रेस गठबधंन के तहत खड़े कांग्रेस के उम्मीदवर अनुराग सिंह को हराया। उन्हें 55,937 वोट मिले। वहीं बसपा उम्मीदवार सरोज कुमार शुक्ला 31,390 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। यहां 1,747 वोटरों ने नोटा का बटन दबाया।
लखनऊ पश्चिम से भाजपा के प्रत्याशी सुरेश कुमार श्रीवास्तव जीते, उन्हें 93,022 वोट मिले। वहीं समाजवादी पार्टी के मो. रेहान को 79950 तो तीसरे नम्बर पर रहे बहुजन समाज पार्टी के अरमान खान को 36,247 वोट मिले। यहां 635 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया।
लखनऊ उत्तर विस सीट भी भाजपा के कब्जे में रही। यहां पर भाजपा के डॉ नीरज बोरा जीते उन्हें 1,09,315 मिले। वहीं सपा सरकार में मंत्री रहे अभिषेक मिश्रा को 82,039 ही वोट मिले और उन्हके हार का सामना करना पड़ा। बसपा के अजय कुमार को 29955 वोट मिले। यहां 1370 लोगों ने नोटा दबाया।
सरोजनी नगर विधानसभा सीट पर भाजपा की उम्मीदवार और पार्टी की महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष स्वाति सिंह ने जीत हासिल की। उन्हें 108506 मिले। वहीं समाजवादी पार्टी के अनुराग यादव को 74,327 तो बसपा के शिव शंकर सिंह उर्फ शंकरी सिंह को 71791 मिले। यहां 1926 वोटरों ने नोटा का बटन दबाया।
यह भी पढ़ें |
यूपी विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए नितिन अग्रवाल को भाजपा का समर्थन, सपा से नरेन्द्र सिंह वर्मा मैदान में
बख्शी का तालाब विधानसभा सीट (बीकेटी) ने भाजपा के अविनाश त्रिवेदी ने 96482 लेकर जीत हासिल की। बसपा के उम्मीदवार पूर्व मंत्री नकुल को 78898 वोट तो सपा के उम्मीदवार गोमती यादव को 74995 मिले। यहां 2271 वोटरों ने नोटा का इस्तेमाल किया।
मलिहाबाद सीट भी भाजपा के कब्जे में रही। यहां पर सांसद कौशल किशोर की पत्नी या जय देवी जीती, उन्हें 94677 वोट मिले। सपा की राजबाला को 72009 तो बसपा के सत्य कुमार गौतम को 53481 वोट मिले। 1692 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।
लखनऊ की नौ सीटों में से सिर्फ मोहनलाल गंज विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का कब्जा हुआ। यहां सपा के उम्मीदवार अम्बरीश सिंह पुष्कर को 71574 मिले। दूसरे नंबर पर बसपा के राम बहादुर रहे, जिन्हें 71044 तो तीसरे नम्बर पर भाजपा समर्थित निदर्लीय उम्मीदवार आर.के. चौधरी रहे, उन्हें 55684 मिले। यहां भी 3471 मतदाताओं ने नोटा बटन दबाया। (आईएएनएस)