Good News: दो सरकारी अफसरों ने पेश की अनूठी मिसाल, बिना किसी फिजूलखर्ची के रचाई शादी, बचे पैसों से करेंगे ये नेक काम

डीएन ब्यूरो

मध्य प्रदेश सरकार के दो पदाधिकारियों ने बिना दहेज के भोपाल में निबंधक कार्यालय के समक्ष शादी कर एक मिसाल कायम की है और इस तरह बचाये गये धन को गरीब बच्चों की शिक्षा पर खर्च करने का संकल्प लिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये खबर

नव-विवाहित जोड़ा पंकज सूर्यवंशी और विजेता सूर्यवंशी
नव-विवाहित जोड़ा पंकज सूर्यवंशी और विजेता सूर्यवंशी


भोपाल: मध्य प्रदेश में दो सरकारी अफसरों ने समाज में एक अनूठी मिसाल पेश की है। इन अफसरों ने बिना दहेज, बैंड-बाजा और बारात के शादी रचाई। दोनों अधिकारियों ने भोपाल में निबंधक कार्यालय पहुंचकर शादी की। शादी के तामझाम पर होने वाले फिजूलखर्ची से बचे पैसों को गरीब बच्चों की शिक्षा के लिये दान करने का संकल्प लिया।  

परिणय सूत्र में बंधे इन दो अफसरों में भोपाल में तैनात CID सब-इंस्पेक्टर पंकज सूर्यवंशी और सिवनी जिले में तैनात काऑपरेटिव एक्सटेंशन ऑफिसर विजेता सूर्यवंशी है।

सरकारी अफसर पंकज और विजेता ने बुधवार को निबंधक कार्यालय में शादी की। उनकी शादी अब यहां चर्चा का विषय बनी हुई है। हर कोई इस कपल के प्रेरक कदम की तारीफ कर रहा है।

यह भी पढ़ें | Crime in MP: शादी का झूठा वादा करके शारीरिक शोषण करता रहा युवक, जब सामने आई सच्चाई तो सब रह गए हैरान

सूर्यवंशी बैतूल जिले की मुलताई तहसील के चिखली कलां गांव के रहने वाले हैं जबकि उनकी पत्नी व विजेता छिंदवाड़ा जिले के गंगीवाड़ा निवासी हैं।

हालांकि यह एक अरेंज मैरिज है, लेकिन इसे बहुत ही सरल तरीके से बिना बैंड-बाजा-बारात, बिना दहेज या उपहार, शादी के कार्ड और बिना किसी फिजूलखर्ची के अंजाम दिया गया। शादी के दौरान रजिस्ट्रार कार्यालय में दोनों पक्षों के माता-पिता व परिजन मौजूद थे। 

शादी के बाद सूर्यवंशी कपल ने कहा कि, "इस मौके को यादगार बनाने के लिए हम पनकवि फाउंडेशन और एकता लाइब्रेरी की स्थापना कर रहे हैं, जिसका मकसद लड़कियों की बेहतर शिक्षा के लिए काम करना है। साधारण तरीके से शादी करने के बाद हम बचा हुआ पैसा अपने माध्यम से खर्च करना चाहते हैं और जरूरतमंदों की मदद करना चाहते हैं।"

यह भी पढ़ें | मासूमों के भविष्य से खेलते विद्यालय, दांव पर देश का भविष्य

 पनकवि फाउंडेशन आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की शिक्षा के लिए काम करता है।

गौरतलब है कि विजेता पिछले 10 सालों से छिंदवाड़ा जिले के गंगीवाड़ा में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एकता कोचिंग क्लासेस के माध्यम से निःशुल्क कोचिंग दे रही है। इस संस्था से अब तक 20 से अधिक छात्रों का चयन विभिन्न सरकारी सेवाओं के लिए हो चुका है। हाल ही में मध्य प्रदेश पुलिस और स्कूल शिक्षा विभाग में 5 लड़कियों का चयन हुआ है।

पंकज और विजेता युगल साधारण किसान परिवारों से आते हैं और उनका यहां तक का सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है। वे गरीब बच्चों को शिक्षित करने के अलावा पौधारोपण और जल संरक्षण जैसे पर्यावरण हितैषी कार्य भी कर रहे हैं। 










संबंधित समाचार