नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय 31 मई को 60 दिवसीय तंबाकू मुक्त युवा अभियान शुरू करेगा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तंबाकू मुक्त युवा ‘थीम’ के आधार पर 31 मई को 60 दिनों का एक अखिल भारतीय अभियान शुरू करने की योजना है। इसके तहत, युवाओं में तंबाकू के सेवन की रोकथाम और इसकी लत छोड़ने में सहयोग करने के लिए कदम उठाने पर मुख्य रूप से जोर दिया जाएगा।
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तंबाकू मुक्त युवा ‘थीम’ के आधार पर 31 मई को 60 दिनों का एक अखिल भारतीय अभियान शुरू करने की योजना है। इसके तहत, युवाओं में तंबाकू के सेवन की रोकथाम और इसकी लत छोड़ने में सहयोग करने के लिए कदम उठाने पर मुख्य रूप से जोर दिया जाएगा।
तंबाकू के सेवन में कमी आई है, लेकिन आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में किशोरों और वयस्कों के बीच इसकी दर अब भी अधिक है।
वैश्विक युवा तंबाकू सर्वेक्षण (जीवाईटीएस) के अनुसार, 2019 में किशोरों (13-15 वर्ष) के बीच तंबाकू के सेवन की दर 8.5 प्रतिशत थी और इससे पहले के सर्वे (2010) में यह 14.6 प्रतिशत थी। इस तरह,2019 का आंकड़ा इसके इस्तेमाल में 42 प्रतिशत की कमी को प्रदर्शित करता है।
तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान जैसी कई पहल की योजना 31 मई को मनाये जाने वाले विश्व तंबाकू निषेध दिवस के लिए बनाई गई है।
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स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव वी हेकाली झिमोमी ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन के निषेध और व्यापार व वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति तथा वितरण) अधिनियम,(कोप्टा) 2003 के प्रावधानों को लागू करने के लिए विशेष अभियान चलाने का अनुरोध किया है।
पत्र में, सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान निषेध (धारा 4), शैक्षणिक संस्थान के 100 गज के दायरे में इसकी बिक्री और 18 वर्ष से कम आयु वालों को इसकी बिक्री पर निषेध (धारा 6) तथा वैधानिक चित्रमय चेतावनी के बगैर तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर पाबंदी (धारा 7) शामिल है।
‘ग्लोबल बर्डेन ऑफ डिजिज स्टडी’ के अनुमान के अनुसार, 2019 में भारत में धूम्रपान और अन्य व्यक्तियों द्वारा धूम्रपान किये जाने के दौरान उसके धुएं की जद में आने से 12 लाख मौतें हुईं। हाल में, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अनुमान लगाया कि भारत में तंबाकू के इस्तेमाल से हर साल 13.5 लाख लोगों की मौतें होती हैं।
तंबाकू नियंत्रण उपायों को पेश करने एवं उन्हें लागू करने में विश्व में भारत के अग्रणी रहने के बावजूद देश में तंबाकू एक बड़ा स्वास्थ्य खतरा बना हुआ है।
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वैश्विक वयस्क तंबाकू सर्वेक्षण के अनुसार, 2016-17 में तंबाकू का संपूर्ण इस्तेमाल 28.6 प्रतिशत (शहरी क्षेत्र में 21.2 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र में 32.5 प्रतिशत) था, जो 2009-10 में दर्ज किये गये 34.6 प्रतिशत से तुलनात्मक रूप से कम है।
पत्र में कहा गया है, ‘‘मंत्रालय की योजना तंबाकू मुक्त युवा अभियान शुरू करने की है, जिसे 31 मई को अखिल भारतीय स्तर पर आरंभ किये जाने का प्रस्ताव है।’’
पत्र में कहा गया है, ‘‘इस साल के विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम - हमें भोजन की जरूरत है, तंबाकू की नहीं’ है।’’