एनआईए ने जेल में बंद कुख्यात अपराधी बिश्नोई के प्रमुख साथी को गिरफ्तार किया
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बुधवार को कहा कि उसने पिछले साल पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा के मुख्यालय पर आरपीजी हमले में शामिल एक आतंकी गिरोह के सदस्यों को पनाह देने में कथित संलिप्तता के मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एक प्रमुख साथी को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बुधवार को कहा कि उसने पिछले साल पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा के मुख्यालय पर आरपीजी हमले में शामिल एक आतंकी गिरोह के सदस्यों को पनाह देने में कथित संलिप्तता के मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एक प्रमुख साथी को गिरफ्तार किया है।
एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी आरोपी विकास सिंह ने फैजाबाद के दीपक सुरखपुर और दिव्यांशु को पनाह दी थी जिन्होंने मई 2022 में मोहाली में रॉकेट से ग्रेनेड (आरपीजी) हमला किया था।
अधिकारी ने कहा, ‘‘सिंह ने खुलासा किया है कि उसने सुरखपुर और दिव्यांशु को अयोध्या के गांव देवगढ़ में अपने घर में और गोमती नगर विस्तार, लखनऊ में अपने फ्लैट में कई बार पनाह दी है।’’
अधिकारी ने बताया कि सिंह के खिलाफ 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें हत्या, हत्या की कोशिश समेत शस्त्र अधिनियम तथा गैंगस्टर अधिनियम के तहत दर्ज कुछ मामले हैं।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘एनआईए जांच में खुलासा हुआ कि बिश्नोई के एक और साथी और दोस्त विक्की मिधुखेड़ा ने सुरखपुर को विकास सिंह से मिलवाया था। सिंह ने दिव्यांशु को बिश्नोई के गिरोह से जोड़ा था।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘दोनों (सिंह और बिश्नोई) नांदेड़ में उद्योगपति संजय बियाणी और पंजाब में राणा कंधोवालिया समेत हत्या के कई मामलों में शामिल थे...। सिंह ने राणा की हत्या के बाद एक और आरोपी रिंकू को भी शरण दी थी।’’
अधिकारी ने कहा कि 2020 की शुरुआत में चंडीगढ़ में (बिश्नोई के निर्देश पर) दो लोगों की हत्या के बाद उसके साथी मोनू डागर, प्रधान चीमा और राजन लखनऊ में सिंह के साथ थे।
प्रवक्ता के अनुसार जांच में यह खुलासा भी हुआ कि जेल में बंद बिश्नोई के अन्य राज्यों के साथियों को भी सिंह ने पनाह दी थी जिनमें रिंकू, राजपाल और भाटी (मध्य प्रदेश) शामिल हैं।
एनआईए ने कहा कि सिंह को बिश्नोई के आपराधिक सिंडिकेट के सदस्यों और भारत और विदेशों में स्थित गिरोहों द्वारा दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने और युवाओं की भर्ती करने की साजिश से संबंधित एक मामले में गिरफ्तार किया गया।
एजेंसी ने कहा, ‘‘अभी तक की जांच में सामने आया है कि साजिश विभिन्न राज्यों की जेलों में रची गयी या रची जा रही है और विदेशों में बसे लोगों के संगठित नेटवर्क के जरिये इन्हें अंजाम दिया जा रहा है।’’
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एनआईए ने पहले ही कई सनसनीखेज मामलों में आतंकी सिंडिकेट की संलिप्तता की पुष्टि की है, जिसमें 2022 में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी प्रदीप कुमार की लक्षित हत्या और राजस्थान के सीकर में राजू थेथ के अलावा प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या और आरपीजी हमला शामिल है।
एजेंसी ने अब तक 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और इनमें से बिश्नोई समेत 14 के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।