भूस्खलन सूची डेटाबेस तैयार करने के लिए एनआरएससी ने जीता अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार

डीएन ब्यूरो

अंतरिक्ष विभाग के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय दूरसंवेदी केंद्र (एनआरएससी) ने भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) में 2023 का प्रतिष्ठित विशेष उपलब्धि पुरस्कार (एसएजी) प्राप्त किया है। यह पुरस्कार पर्यावरण प्रणाली अनुसंधान संस्थान (ईएसआरआई) द्वारा प्रदान किया गया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

कैलिफोर्निया
कैलिफोर्निया


बेंगलुरु: अंतरिक्ष विभाग के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय दूरसंवेदी केंद्र (एनआरएससी) ने भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) में 2023 का प्रतिष्ठित विशेष उपलब्धि पुरस्कार (एसएजी) प्राप्त किया है। यह पुरस्कार पर्यावरण प्रणाली अनुसंधान संस्थान (ईएसआरआई) द्वारा प्रदान किया गया।

ईएसआरआई, भौगोलिक सूचना प्रणाली सॉफ्टवेयर, लोकेशन इंटेलिजेंस और मानचित्रण में विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। यह संस्थान जीआईएस तकनीक के क्षेत्र में असाधारण कार्य को मान्यता देने के लिए हर साल एसएजी पुरस्कार प्रदान करता है।

यह भी पढ़ें | बेंगलुरु टेस्ट से पहले विराट कोहली ने अपने फैंस से किया ये वादा

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार अमेरिका के कैलिफोर्निया में इस सप्ताह की शुरुआत में हुए ईएसआरआई उपयोगकर्ता सम्मेलन (यूजर कॉन्फ्रेंस) के पूर्ण अधिवेशन के दौरान ईएसआरआई के अध्यक्ष और संस्थापक जैक डेंजरमंड ने इस साल के एसएजी पुरस्कार की घोषणा की थी।

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, ''भारत के एनआरएससी को इस पुरस्कार के लिए चुना गया, जिसने भूस्खलन सूची में जीआईएस तकनीक का सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया और जीआईएस समुदाय में एक नई मिसाल कायम की।''

यह भी पढ़ें | कानून का रखवाला ही चलाता था सेक्स रैकेट, अब खा रहा है जेल की हवा

हैदराबाद स्थित एनआरएससी को उपग्रह डेटा का उपयोग कर 1998 से 2022 के बीच भारत में करीब 80 हजार भूस्खलनों से संबंधित समग्र भू-स्थानिक डेटाबेस तैयार करने के लिए मान्यता दी गई है।

भूस्खलन सूची डेटाबेस में कई जरूरी जानकारियां दर्ज हैं, जिसमें शैलविज्ञान, भूवैज्ञानिक संरचना, मिट्टी की संरचना, ढलान विश्लेषण और भूमि उपयोग पैटर्न शामिल है।










संबंधित समाचार