रामपुर: सिलईबड़ा गांव में बढ़ रहा तनाव, भारी पुलिस बल तैनात, नजरंबद के बाद भी निकले चंद्रशेखर आजाद

डीएन ब्यूरो

यूपी में रामपुर में छात्र की फायरिंग में मौत के बाद सिलईबड़ा गांव में लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है। गांव में पुलिस बल मौजूद है। पढ़िये डाइनमनाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

संभल में रोके गये चंद्रशेखर आजाद
संभल में रोके गये चंद्रशेखर आजाद


रामपुर: जनपद के सिलईबड़ा गांव में सरकारी जमीन पर आंबेडकर पार्क का बोर्ड लगाए जाने को लेकर हुई फायरिंग में युवक की युवक की मौत का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। सिलईबड़ा गांव में लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है। ऐहतियात के तौर पर क्षेत्र में बुधवार को भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। डीएम और एसपी भी मामल पर नजर बनाये हुए है। 

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने बुधवार सुबह संभल में नजरबंद कर दिया। चंद्रशेखर आजाद के यहां आने और उसके बाद तनाव के बढ़ने की आशंका को लेकर पुलिस ने यह कदम उठाया। हालांकि संभल में कुछ समय रोके जाने के बाद चंद्रशेखर आजाद रामपुर के लिये निकल गये, जहां के पीड़ित परिवारों व ग्रामीणों से मुलाकात करेंगे। 

यह भी पढ़ें: बलरामपुर पुलिस को मिला साइबर क्राइम थाना, सीएम योगी ने किया वर्चुअल लोकार्पण 

यह भी पढ़ें | Uttar Pradesh: सपा सांसद आजम खां की बढ़ती जा रही मुश्किलें, जेल बदली की याचिका हुई खारिज

सिलईबड़ा गांव के लोगों में पुलिस प्रशासन को लेकर गुस्सा बढ़ता जा रहा है। लोगों का आरोप है कि पुलिस की गोली लगने से युवक 10वीं के छात्र सोमेश की मौत हुई। हालांकि पुलिस अधीक्षक ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है और लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है।

ग्रामीणों द्वारा इस मामले तहसीलदार और एसडीएम पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाये जाने के साथ ही उनके खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की जा रही है। इस मांग को लेकर गुस्साये लोगों की पुलिस-प्रशासन के साथ तीख बहस हुई। लोगों को काबू करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा।

यह भी पढ़ें: कचहरी और वकीलों की सुरक्षा में बड़ी सेंध, कोर्ट परिसर घुसे सशस्त्र बदमाश 

यह भी पढ़ें | UP Police: पुलिस को चकमा देकर फरार बदमाशा रामपुर मुठभेड़ में गिरफ्तार, दो अपराधी फरार

सिलईबड़ा गांव  मंगलवार की शाम को सरकारी जमीन पर आंबेडकर पार्क का बोर्ड लगाए जाने पर दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे। सूचना पर पहुंचे एसडीएम और तहसीलदार ने बोर्ड हटवाने की कोशिश की। इसी दौरान एक पक्ष ने सरकारी महकमे की गाड़ियों पर पथराव कर दिया।

बताया जाता है कि पथराव के बीच गांव के दो पक्ष आमने-सामने आ गये। दोनों पक्षों के बीच पथराव और फायरिंग हुई। इस दौरान गोली लगने से 17 वर्षीय सुमेश की मौत हो गई, जिसके बाद मामला लगातार गरमाता जा रहा है।










संबंधित समाचार