Sonbhadra Protest: पत्रकार की निर्मम हत्या मामले ने पकड़ा तूल, दर्जनों पत्रकारों ने इंसाफ दिलाने के लिए की ये बड़ी मांग
सीतापुर में हुई पत्रकार की निर्मम हत्या का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। ऐसे में अब इस मामले को लेकर कई पत्रकारों में आक्रोश है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की ये पूरी रिपोर्ट

सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में भी सीतापुर के पत्रकार की निर्मम हत्या का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। बता दें कि, इस हत्या के बाद पत्रकार की निर्मम हत्या के विरोध में जिले के पत्रकार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके चलते ही सभी ने एकजुट होकर डीएम को ज्ञापन दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार दर्जनों की संख्या में मौजूद पत्रकरों ने पत्रकार को न्याय और मुआवजा सहित पांच अन्य मांग भी की है। डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री तक मांग पहुंचाने की बात कही जा रही है। वही डीएम ने पत्रकारों की बात को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन भी दिया है। इस दौरान 2 मिनट का मौन रखकर मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की गईं।
यह है पूरा मामला
यह भी पढ़ें |
Raebareli News: रायबरेली में अचानक देर रात मचा बवाल, मची चीख-पुकार; जानें पूरा मामला
बता दें कि, सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की दिनदहाड़े गोली मारकर की गई हत्या के विरोध में अलग-आलग जनपदों में पत्रकारों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की दिनदहाड़े गोली मारकर की गई हत्या के विरोध में लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी में पत्रकारों ने जोरदार प्रदर्शन किया। साथ ही पत्रकारों ने काला फीता बांधकर पैदल मार्च निकाला।
पत्रकारों ने सर्किल ऑफिसर को ज्ञापन सौंपा
प्रदर्शनकारी पत्रकारों ने सर्किल ऑफिसर (सीओ) को ज्ञापन सौंपा। इसमें हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई है। साथ ही मृतक के परिवार को आर्थिक मदद देने की मांग भी की गई है। पत्रकारों ने मृतक के एक परिवार सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग भी रखी है।
यह भी पढ़ें |
UP News: Yogi सरकार का बड़ा फैसला! अब नहीं मिलेंगे 10 से 25 हजार रुपये के स्टांप
पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग
पत्रकारों ने पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग भी की है। उनका कहना है कि पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष कानून की जरूरत है। इस प्रदर्शन के माध्यम से पत्रकारों ने अपनी एकजुटता दिखाई और सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की।