अखिलेश यादव की मौजूदगी में कई कद्दावर नेता साइकिल पर हुए सवार, बने सपा के सिपाही
बहुजन समाज पार्टी को सोमवार को बड़ा झटका लगा। कई नेताओं ने सोमवार को लखनऊ में सपा का दामन थाम लिया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। सोमवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की मौजूदगी में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कई नेता सपा में शामिल हो गये।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, एक वक्त बसपा के भरोसेमंद चेहरे रहे पूर्व मंत्री दद्दू प्रसाद ने सोमवार को समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। दद्दू प्रसाद के साथ उनके कई समर्थक भी सपा में शामिल हो गये।
लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने दद्दू प्रसाद समेत कई अन्य नेताओं का पार्टी में स्वागत किया।
इस विधानसभा सीट से मिल सकता है टिकट
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दद्दू प्रसाद बसपा सरकार में मंत्री रह चुके हैं और चित्रकूट की मानिकपुर विधानसभा सीट से विधायक भी रह चुके हैं। अब उन्हें आगामी 2027 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की ओर से मानिकपुर सीट का प्रमुख चेहरा माना जा रहा है। उनके सपा में शामिल होने को दलित राजनीति के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम माना जा रहा है।
प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने कहा, "मैं दद्दू प्रसाद और उनके समर्थकों का समाजवादी पार्टी में स्वागत करता हूं। आज बड़ी संख्या में लोग सपा की सदस्यता ले रहे हैं। यह पीडीए यानी पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों की लड़ाई को मजबूती देने का समय है।"
ये नेता भी हुए शामिल
दद्दू प्रसाद के साथ नगर पालिका अध्यक्ष सलाउद्दीन, बुलंदशहर से देवरंजन नागर और जगन्नाथ कुशवाहा भी समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। अखिलेश यादव ने कहा कि ये सभी नेता समाज में एक मजबूत जनाधार रखते हैं और सपा को ग्रासरूट स्तर पर मजबूती देंगे।
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"मंदिरों को भी नहीं बख्श रही भाजपा"
अखिलेश यादव ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आज स्थिति यह हो गई है कि यदि दद्दू प्रसाद किसी मंदिर में चले जाएं तो पूरा मंदिर धुलवा दिया जाता है। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा, "मैं एक मंदिर गया था, पुजारी ने कहा कि मंदिर मत धुलवाओ, लेकिन भाजपा ने धुलवाया। मेरे मुख्यमंत्री आवास से निकलने के बाद भी उसे धुलवा दिया गया था।"