देश में बिजलीचालित वाहनों को बढ़ावा देने के लिए नीति स्पष्ट हो : एथर एनर्जी

डीएन ब्यूरो

बिजलीचालित दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनी एथर एनर्जी का मानना है कि देश में इलेक्ट्रिक परिवहन को तेजी से बढ़ाने के लिए निवेश योजना बनाने को नीति के मोर्चे पर स्पष्टता जरूरी है। एथर एनर्जी के मुख्य कारोबार अधिकारी (सीबीओ) रवनीत एस फोकेला ने यह बात कही है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

बिजलीचालित दोपहिया वाहन
बिजलीचालित दोपहिया वाहन


नयी दिल्ली: बिजलीचालित दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनी एथर एनर्जी का मानना है कि देश में इलेक्ट्रिक परिवहन को तेजी से बढ़ाने के लिए निवेश योजना बनाने को नीति के मोर्चे पर स्पष्टता जरूरी है। एथर एनर्जी के मुख्य कारोबार अधिकारी (सीबीओ) रवनीत एस फोकेला ने यह बात कही है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक एथर एनर्जी में हीरो मोटोकॉर्प प्रमुख निवेशक है। कंपनी को उम्मीद है कि 2030 तक घरेलू दोपहिया बाजार का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो जाएगा। इसके अलावा कंपनी भविष्य में भारत जैसे किसी बाजार में निर्यात की भी तैयारी कर रही है।

फेम-दो (भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के विनिर्माण को तेजी से अपनाना) योजना अगले साल मार्च में समाप्त हो रही है। फोकेला ने कहा कि एथर सरकारी समर्थन और सब्सिडी के मौजूदा स्तर से खुश है, लेकिन हमें उम्मीद है कि इसे तीन से पांच साल के लिए और बढ़ाया जाएगा।

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फेम-दो के बारे में पूछे जाने पर फोकेला ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘दो जरूरत हैं। पहला इसका समय बढ़ाया जाए। दूसरा नीति अनुकूल या स्पष्ट हो।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘यदि नीति अस्पष्ट है, तो यह कारोबार की दृष्टि से अच्छा नहीं है। क्योंकि मेरी कारोबारी योजनाएं सब्सिडी के एक अनुमान पर आधारित हैं। यदि इसमें बदलाव होता है, तो मैं अपनी योजना को लेकर निश्चिंत नहीं रह पाऊंगा और निवेश नहीं करूंगा।’’

एथर एनर्जी ने 10 लाख इकाई सालाना क्षमता का तीसरा कारखाना लगाने की योजना बनाई है। हालांकि, कंपनी ने अभी यह तय नहीं किया है कि यह संयंत्र कहां लगाया जाएगा।

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उन्होंने कहा, ‘‘क्या मुझे 10 लाख इकाई की योजना बनानी है या पांच लाख इकाई की यह नीति पर निर्भर करेगा। सब्सिडी का कोई भी ढांचा हो वह स्पष्ट होना चाहिए। तभी हम निवेश कर पाएंगे।’’

 










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