टू प्लस टू वार्ता का मकसद सुरक्षा सहयोग को गहरा करनाः अमेरिकी विदेश विभाग

डीएन ब्यूरो

भारत और अमेरिका के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों के बीच इस हफ्ते प्रस्तावित महत्वपूर्ण बैठकों से पहले अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार को कहा कि भारत-अमेरिका टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को गहरा करने पर केंद्रित होगी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

टू प्लस टू वार्ता
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वाशिंगटन: नयी दिल्ली में भारत और अमेरिका के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों के बीच इस हफ्ते प्रस्तावित महत्वपूर्ण बैठकों से पहले अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार को कहा कि भारत-अमेरिका टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को गहरा करने पर केंद्रित होगी।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर 10 नवंबर को अपने अमेरिकी समकक्षों लॉयड ऑस्टिन और टोनी ब्लिंकन की मेजबानी करेंगे।

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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, ‘‘भारत एक ऐसा देश है, जिसके साथ हमारी गहरी साझेदारी है। वह (ब्लिंकन) टू प्लस टू सुरक्षा वार्ता के लिए रक्षा मंत्री ऑस्टिन के साथ भारत जाएंगे। इसलिए मुझे उम्मीद है कि सुरक्षा सहयोग और साझेदारी को गहरा करना निश्चित रूप से उन विषयों में शामिल होगा, जिन पर चर्चा की जाएगी।’’

पटेल ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘यह कुछ ऐसा है, जिसे इस वर्ष की शुरुआत में प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान स्पष्ट रूप से उठाया गया था। मुझे पता है कि मंत्री वहां जाने और अपने समकक्षों के साथ इस पर सीधे बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं।’’

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