Kolkata: टीएमसी ने ‘बीएसएफ कर्मी की गोली लगने से मरने वाले’ युवक को न्याय दिलाने के लिए धरना दिया
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने रविवार को कूचबिहार जिले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निषित प्रमाणिक के आवास के निकट धरना देकर ‘‘बीएसएफ कर्मी की गोली लगने से जान गंवाने वाले राजबंशी समुदाय के निर्दोष युवक’’ को न्याय दिलाने की मांग की, जिसे पशु तस्कर बताया गया है।
कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने रविवार को कूचबिहार जिले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निषित प्रमाणिक के आवास के निकट धरना देकर ‘‘बीएसएफ कर्मी की गोली लगने से जान गंवाने वाले राजबंशी समुदाय के निर्दोष युवक’’ को न्याय दिलाने की मांग की, जिसे पशु तस्कर बताया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए क्षेत्र में भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ मंत्री के आवास के चारों ओर 150 मीटर के दायरे में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लगाई गई है।
दिनहाटा प्रखंड में 24 वर्षीय प्रेम कुमार बर्मन की मौत के विरोध में टीएमसी ने इसमें शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और प्रमाणिक के खिलाफ नारेबाजी की।
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केंद्रीय बलों को दिन में प्रमाणिक के घर के आसपास पहरा देते देखा गया। साथ ही, किसी को भी निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने से रोकने के लिए बांस के अवरोधक लगाए गए हैं।
राज्य पुलिस के जवान भी भेटगुड़ी में पहरा देते देखे गए। उत्तर बंगाल के विकास मंत्री और दिनहाटा के टीएमसी विधायक उदयन गुहा, राज्य के पूर्व मंत्री परेश अधिकारी और बिनॉय बर्मन ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
धरने में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए गुहा ने दावा किया, ‘‘ऐसी हत्याओं का समर्थन करने वाले इंसान नहीं हैं।’’ उन्होंने मांग की कि गृह मंत्रालय गोलीबारी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करे।
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दिसंबर 2022 में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास दिनहाटा ब्लॉक में कथित रूप से बीएसएफ के एक कांस्टेबल ने बर्मन को गोली मार दी थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी।
परिवार के सदस्यों ने दावा किया था कि 24 वर्षीय बर्मन एक ‘‘प्रवासी मजदूर था जो घटना से कुछ दिन पहले घर लौटा था।’’ बीएसएफ का कहना है कि बर्मन ‘‘मवेशी तस्कर’’ था।