कश्मीर में पर्यटन उद्योग के लोगों को जी20 कार्यक्रम के साथ नकारात्मक यात्रा परामर्श हटने की उम्मीद
कश्मीर घाटी में पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों को उम्मीद है कि श्रीनगर में जी20 कार्यकारी समूह की आगामी बैठक यूरोपीय संघ के देशों और अमेरिका द्वारा जम्मू कश्मीर के संबंध में जारी यात्रा परामर्श हटाने का मार्ग प्रशस्त करेगी जिससे पर्यटन क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिल सकता है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
श्रीनगर: कश्मीर घाटी में पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों को उम्मीद है कि श्रीनगर में जी20 कार्यकारी समूह की आगामी बैठक यूरोपीय संघ के देशों और अमेरिका द्वारा जम्मू कश्मीर के संबंध में जारी यात्रा परामर्श हटाने का मार्ग प्रशस्त करेगी जिससे पर्यटन क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिल सकता है।
अधिकारियों के अनुसार बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक कश्मीर की यात्रा कर रहे हैं और उन्होंने कश्मीर को बिल्कुल सुरक्षित पाया है। इनमें उन देशों के पर्यटक भी शामिल हैं जिन्होंने नकारात्मक यात्रा परामर्श जारी कर रखे हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जम्मू कश्मीर सरकार के पर्यटन सचिव सैयद आबिद राशिद ने कहा, ‘‘ पर्यटन क्षेत्र से जुड़े होने के तौर पर, मैं जी20 कार्यक्रम का स्वागत करता हूं। दुनियाभर में विभिन्न देशों की ओर से परामर्श जारी हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण रूप से 1990 के दशक से हैं। कश्मीर में हालात में काफी बदलाव आया है। अब यह काफी शांतिपूर्ण है और कुछ उदाहरण हैं जब यूरोपीय देश इन यात्रा परामर्श को हटाने पर चर्चा कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि नकारात्मक यात्रा परामर्श जारी रखने वाले कुछ देशों के प्रतिनिधि जी20 बैठक के लिए कश्मीर में मौजूद रहेंगे।
राशिद ने कहा, ‘‘मुझे भरोसा है कि इन चीजों पर चर्चा की जाएगी और मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य तथा कश्मीर के शांतिपूर्ण माहौल को ध्यान में रखते हुए, मुझे उम्मीद है कि वे इन परामर्श को हटाने पर विचार करेंगे। विभिन्न देशों से पर्यटकों के आने से जम्मू कश्मीर में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।’’
यह भी पढ़ें |
राजनाथ सिंह सोमवार को श्रीनगर, सियाचिन दौरे पर आयेंगे
कई दशकों से पर्यटन उद्योग से जुड़े मंजूर अहमद वांगनू ने कहा कि ऐसे यात्रा परामर्श को हटाने का यह सही वक्त है।
वांगनू ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इन परामर्श को हटाने का यह सबसे उपयुक्त वक्त है। आप देखिए कि पिछले दो साल से सभी होटल, हाउसबोट बुक रहते हैं। इसका श्रेय पर्यटन विभाग को जाता है। आप जानते हैं कि पहले, कोविड-19 था और कारोबार लगभग शून्य था। अब पर्यटक हमें जगह आरक्षित करने के बारे में फोन कर रहे हैं, वे जानना चाहते हैं कि उन्हें होटल के कमरे मिल जाएंगे या नहीं। यह शानदार खबर है।’’
अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आने के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो साल में स्थिति सही नहीं थी लेकिन अब हालात में सुधार होना शुरू हुआ है। आप शिकारावाला और खच्चरवाला तथा पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को देखते हैं। वे अच्छा कारोबार कर रहे हैं। देश तथा विदेश में यह संदेश जाता है। कुछ वक्त जरूर लगेगा, लेकिन हम उन्हें कश्मीर की बेहतरीन मेहमाननवाजी दिखा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीर पर्यटकों, खासतौर से अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए सुरक्षित है।’’
जर्मन नागरिक लेबुफ ने कहा, ‘‘मैं तीन दिन के लिए श्रीनगर में हूं और मैं बहुत सुरक्षित महसूस कर रहा हूं...मैं पूरे शहर में पैदल घूमा और मुझे असुरक्षित महसूस नहीं हुआ।’’
यह भी पढ़ें |
जम्मू कश्मीर के लिए 2023: अनुच्छेद 370 को रद्द करने पर न्यायालय की मुहर, घाटी में जी20 की बैठक
उन्होंने कहा कि उन्हें जर्मनी सरकार के परामर्श की जानकारी थी लेकिन फिर भी कश्मीर की यात्रा की। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे असुरक्षित महसूस नहीं होता, कोई दिक्कत नहीं है, यह परामर्श हटाने का अब पूरी तरह सही वक्त है।’’
हाल में एक कार्यक्रम के लिए यहां आईं रूस की युवा प्रतिनिधि डारिया ने कहा कि उनके मन में कश्मीर को लेकर कुछ आशंकाएं तथा चिंताएं थीं।
डारिया ने कहा, ‘‘सच बताऊं तो मैं डरी हुई थी। मेरी कुछ चिंताएं थीं लेकिन यहां आने के बाद मेरी सारी आशंकाएं दूर हो गयीं। यह सुरक्षित है और अब मेरी कोई चिंता नहीं है। मेरे अनुभव के आधार पर वे (नकारात्मक यात्रा परामर्श) सही नहीं हैं।’’