Amethi: बेरोजगार श्रमिकों को अब मिलेगा रोजगार, डीएम ने उठाए ये जरूरी कदम
लॉकडाउन के दौरान कई लोग बेरोजगार हो रहे हैं, इस बेरोजगारी का असर श्रमिकों पर भी पड़ा है। इस दौरान अमेठी जिलाधिकारी ने श्रमिकों की रोजगारी को लेकर एक अहम कदम उठाया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..
अमेठीः लॉकडाउन के कारण अपने-अपने घरों की तरफ पलायन करने वाले श्रमिकों को अब बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान अमेठी जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय सी0एम0 युवा क्रियान्वयन और अनुश्रवण समिति की बैठक की। इस बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि कुशल और अकुशल प्रवासी कामगारों, श्रमिकों को प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
यह भी पढ़ें: फर्जी आईआरएस और रॉ अधिकारी बनकर कर रहे थे ठगी, इस तरह चढ़े पुलिस के हत्थे
यह भी पढ़ें |
LockDown in Amethi: देखें लॉकडाउन के पहले दिन कैसा है अमेठी का नजारा
उन्होंने बताया कि इस समय मनरेगा में लगभग 60 हजार मजदूर काम कर रहे हैं हमारा लक्ष्य 1 लाख लोगों को मनरेगा अंतर्गत रोजगार दिया जाए। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, ग्राम्य विकास, कृषि,पशुपालन, खादी ग्रामोद्योग विभाग, उद्यान विभाग, नगर विकास, उद्योग विभाग सहित अन्य विभागों में संचालित योजनाओं में प्रवासी कामगारों को (जो जिस ट्रेड से संबंधित हो) प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार या स्वरोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को आईईसी के अंतर्गत जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रधानाचार्य आईटीआई और जिला सेवायोजन अधिकारी को निर्देश दिए कि आईटीआई और पॉलिटेक्निक से जुड़े लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार दें। श्रम विभाग द्वारा प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंग का कार्य किया जा रहा है अब तक लगभग 7 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग का कार्य हो चुका है इसको और अधिक संख्या में करने की योजना पर ज्यादा ध्यान दिया है।
यह भी पढ़ें |
Lockdown in Amethi: लॉकडाउन के दौरान कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ पुलिस हुई सख्त, लोगों को लिया हिरासत में
यह भी पढ़ें: जमीनी विवाद को लेकर दो परिवारों में खूनी संघर्ष, एक की मौत, 10 लोग घायल
बैठक के दौरान डीएम ने बताया कि पशुपालकों को केसीसी योजना से आच्छादित किया जाना है इस योजना में शासन से 12920 पशुपालकों को अच्छादित करने का लक्ष्य दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत पशुपालकों को रूपए 3 लाख का ऋण 5% सब्सिडी के साथ दिया जाएगा साथ ही पीएम स्वनिधि योजना अंतर्गत पटरी पर निवास करने वाले, खोमचा, रेहड़ी आदि लाभार्थियों को रुपए 10 हजार का ऋण 2% ब्याज की छूट के साथ दिया जा रहा है अभी तक 1 हजार लोगों की इस योजना का लाभ दिया जा चुका है।