यूपी एसटीएफ ने राँची के बहुचर्चित सुषमा बड़ाईक गोलीकांड में दो कुख्यात शूटरों को लखनऊ से किया गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स को राँची के बहुचर्चित सुषमा बड़ाईक गोलीकांड में बड़ी सफलता मिली है। एसटीएफ ने इस गोलीकांड से जुड़े दो शूटरों का लखनऊ से गिरफ्तार किया।
लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने राँची की बहुचर्चित सुषमा बड़ाईक को दिनदहाड़े गोली मारने के मामले में दो कुख्यात शूटरों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने पुलिस सुरक्षा में होने के बावजूद सुषमा बड़ाईक को गोली मारकर फरार होने वाले सलीम-शोहराब-रुस्तम गैंग के दो शूटरों को यूपी की राजधानी लखनऊ के पारा थानाक्षेत्र से गिरफ्तार किया। सुषमा बड़ाईक गोलीकांड कई दिनों तक सुर्खियों में रहा। सुषमा बड़ाईक ने झारखण्ड के आईजी, आईपीएस पीएम नटराजन समेत कई लोगों के विरुद्ध यौन-शोषण व रेप का मामला दर्ज कराया था।
अभियुक्तों की पहचान
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान सलीम-शोहराब-रुस्तम गैंग के सदस्य फरहान खान पुत्र समीउल कदर खाँ और मो मुद्दसिर पुत्र अतीक अहमद के रूप में की गई। ये दोनों लखनऊ के क्रमश थानाक्षेत्र ठाकुरगंज और थाना बाजारखाला क्षेत्र के रहने वाले हैं।
अभियुक्तों की गिरफ्तारी
अभियुक्तों की गिरफ्तारी लक्ष्मण विहार फाटक के पास, ताज काम्प्लेक्स के सामने थाना पारा क्षेत्र, लखनऊ से कल गुरूवार शाम 5.15 बजे की कई।
दिनदहाड़े मारी थी गोली
इन अभियुक्तों ने गत 13 दिसंबर को झारखंड की राजधानी रांची के थाना अरगोड़ा क्षेत्र में राँची की चर्चित महिला सुषमा बड़ाईक को पुलिस सुरक्षा में होने के बावजूद हरमू और सहजानंद चौक के बीच में दिनदहाड़े गोली मारी थी। इस मामले में थाना अरगोड़ा जनपद राँची में आर्म्स एक्ट समेत कई मामलों का अभियोग पंजीकृत हुआ था।
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यूपी एसटीएफ से मांगा गया सहयोग
सुषमा बड़ाईक गोलीकांड के शूटरों के उत्तर प्रदेश में होने की सूचना पर उनकी गिरफ्तारी के लिये राँची पुलिस ने यूपी एसटीएफ से सहयोग मांगा था। इस मामले में एसटीएफ ने एक टीम का गठन किया। अभिसूचना संकलन की कार्यवाही के दौरान एसटीएफ को सूचना मिली की सुषमा बड़ाईक को गोली मारने वाले शूटर लखनऊ के लक्ष्मण विहार फाटक के पास ताज काम्प्लेक्स के सामने आने वाले हैं।
इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा रांची पुलिस को साथ लेकर लक्ष्मण विहार फाटक पारा रोड राजाजीपुरम के पास पहुंचकर उक्त दोनों शूटरों को आवश्यक बल प्रयोग करके गिरफ्तार कर लिया गया।
कई संगीन वारदातों को दे चुके अंजाम
पूछताछ पर अभियुक्त फरहान ने बताया कि वह कई वर्षों से सलीम-शोहराब-रुस्तम गैंग का सक्रिय सदस्य है और लखनऊ में कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया है। वर्ष 2020 उसकी बहन अमरीन की शादी आरा, बिहार के रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हम के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव व राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान के साथ हुई थी।
बहनोई ने दिया था हत्या का ठेका
अभियुक्त ने बताया कि दो-तीन माह पहले उसकी बहन अमरीन एवं बहनोई दानिश रिजवान उसके घर लखनऊ आकर उसे राँची की रहने वाली एक महिला सुषमा बड़ाईक उर्फ़ पद्मा बड़ाईक की हत्या करवाने के लिए रुपये का ऑफर दिया तथा हथियार आदि की व्यवस्था भी कराने के लिए भी कहा। जिसके बाद उसने अपने दोस्त मुद्दसिर और गुड्डु उर्फ उमर से अपने बहनोई की मुलाकात कराई। जिसके बाद उन्होंने सुषमा को मारने का प्लान बनाया।
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पटना बुलाकर दिये पिस्टल और कारतूस
योजना के बाद दानिश रिजवान ने उनको पटना बुलाया और उनको दो पिस्टल तथा 12 कारतूस व लगभग 30 हजार रुपये दिए गए। साथ ही सुषमा बड़ाइक की फोटो आदि उपलब्ध कराई गयी। जिसके बाद वे पिस्टल तथा 12 कारतूस लेकर लखनऊ आ गये। इसके बाद वे 22 नवंबर 2022 को राँची गये और पूरी योजना के साथ उन्होंने सुषमा बड़ाईक को गोली मारी।
सुषमा पर 5 राउंड फायरिंग
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि सुषमा बड़ाईक को निशाना बनाते हुए मुद्दसिर व गुड्डू द्वारा सुषमा पर 5 फायर किये गये। गोली लगने पर सुषमा वहीं पर गिर गयी। फिर वे तीनो वहाँ से मोटरसाइकिल से भागते हुए मेन रोड तक आये, जहाँ मोटरसाइकिल को पार्किंग में लगाकर बस द्वारा गया, वाराणसी होते हुए लखनऊ आ गए।
आईपीएस अफसर पर रेप का मुकदमा
बता दें कि सुषमा बड़ाईक ने झारखण्ड के आईजी, आईपीएस पीएम नटराजन समेत कई लोगों के विरुद्ध यौन-शोषण व बलात्कार के मुकदमें दर्ज कराये थे। इसके बाद सुषमा बड़ाईक सुर्खियों में आई थी और मामले को लेकर नौकरशाही से लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया था। सुषमा ने इस मामले में उच्च न्यायालय राँची में पिटीशन भी दाखिल की है।