Maharashtra Polls: महाविकास अघाड़ी के सीएम पद का चेहरा कौन? दोनों ही गठबंधन में अब भी कई पेंच
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दोनों ही गठबंधनों में सीटों के लिए पेच फंसे हुए हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly elections) के लिये राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपने दांव-पेंच आजमाने शुरू कर दिये हैं। महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिये 28 अक्टूबर को नामांकन (Nomination) की अंतिम तिथि है लेकिन अभी तक भी महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi) या यूं कहें कि इंडिया गंठबंधन (Indian alliance) में सीटों (Seat) का पेंच ()भी फंसा हुआ है। सीटों का मुद्दा नहीं सुलझने से महाराष्ट्र में इंडिया गंठबंधन में दरार पड़ने की आशंका जतायी जा रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि आखिर एक-दूसरे के धुर विरोधी महायुति और महाविकास अघाड़ी गठबंधन का सीएम आखिर कौन होगा?
महायुति गठबंधन में भले ही भाजपा बड़े भाई की भूमिका में है, लेकिन शिवसेना अध्यक्ष एकनाथ शिंदे राज्य के सीएम हैं। चुनाव से पहले यह सवाल पूछा जा रहा है कि अगर एक बार फिर चुनाव के बाद राज्य में महायुति गठबंधन की सरकार बनी तो सीएम चेहरा कौन होगा?
इस बीच उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जब आपने मेरा परिचय कराया तो कहा कि लोग मुझे सीएम समझते हैं। यह लोगों की समस्या है। मैं इसे समाधान मानता हूं। समस्या नहीं।
85-85 सीटों पर चुनाव लड़ने का था फार्मूला
महाराष्ट्र के प्रमुख विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी में मुख्य रूप से कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद पवार) गुट शामिल है। तीनों ही दलों में 85-85 सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति हुई है। हालांकि कांग्रेस 87 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार चुकी है। इस तरह 31 सीटों पर पेंच फंसा हुआ है।
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महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस की सीटों की संख्या और प्रत्याशियों के चयन को लेकर राहुल गांधी के भी नाराज होने की खबरें हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन का दूसरा सबसे बड़ा दल समाजवादी पार्टी भी महाराष्ट्र में अभी तक उसे उचित सीटें न दिये जाने से नाराज है।
लोकसभा चुनाव नतीजों से उत्साहित कांग्रेस महाराष्ट्र चुनाव में इंडिया गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका निभाना चाहती थी। कांग्रेस 105 से 110 सीटें चाहती थी। लेकिन उद्धव ठाकरे और शरद पवार के सियासी दांव से सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। कांग्रेस को गठबंधन में 100 सीट भी नहीं मिल सकी।
यूपी में कांग्रेस ने छोड़ा मैदान
महाराष्ट्र से इथर कांग्रेस को उत्तर प्रदेश उपचुनाव में भी एक तरह से जहर का घूंट पीकर समझौता करना पड़ा। यूपी उपचुनाव में पांच सीटों की उम्मीदें पाल रही कांग्रेस को अंतिम समय में समाजवादी पार्टी के लिये पूरा मैदान छोड़ना पड़ा, क्योंकि सपा 10 में से सात सीटों पर पहले ही प्रत्याशी उतार चुकी थी और वह पीछे नहीं हटी।
ताजा सियासी स्थिति को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि जैसे क्रांग्रेस महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी से यूपी उपचुनाव का बदला लेना चाहती हो। सपा के महाराष्ट्र में दो विधायक हैं। समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र में कांग्रेस या इंडिया गठबंधन से 10 से 12 सीटें मांग रही है। लेकिन माना जा रहा है कि यदि सपा को पांच सीटें भी मिलती है तो वह गठबंधन में शामिल होने को तैयार है। लेकिन अभी तक गठबंधन ने सपा कोई सीट नहीं दी।
महाराष्ट्र के सपा अध्यक्ष अबू आजमी ने भी साफ किया कि यदि उन्हें 5 सीटें नहीं मिली तो वे 25 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे।
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इस जिन पांच सीटों पर सपा ने दावा किया है, उनमें से तीन पर महाविकास अघाड़ी ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। इन तीन सीटों में से अकेले कांग्रेस ने दो सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं।
सपा की चहेती पांच में तीन सीटों पर प्रत्याशी घोषित होने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव का रविवार सुबह बड़ा बयान सामने आया है।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने दो टूक जवाब में कहा कि यदि हमें गठबंधन में नहीं रखा जाता है तो हम जहां मजबूत हैं, वहां चुनाव लड़ेंगे।
यदि महाराष्ट्र में सपा के अकेले चुनाव लड़ने की स्थिति आती है तो ये इंडिया गठबंधन और महाविकास अघाड़ी के लिये बड़ा झटका होगा। इसके साथ ही इंडिया गठबंधन महाराष्ट्र में एक तरह से टूट जायेगा।
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