ममता बनर्जी ने एगरा में अवैध पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट के लिए माफी मांगी

डीएन ब्यूरो

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा इलाके के लोगों से शनिवार को माफी मांगी, जहां अवैध पटाखा कारखाने में विस्फोट होने से 12 लोगों की मौत हो गई थी। विस्फोट में कई लोग घायल भी हो गए थे।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल)
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल)


एगरा: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा इलाके के लोगों से शनिवार को माफी मांगी, जहां अवैध पटाखा कारखाने में विस्फोट होने से 12 लोगों की मौत हो गई थी। विस्फोट में कई लोग घायल भी हो गए थे।

विस्फोट के 11 दिन बाद खड़ीकुल गांव पहुंची तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख बनर्जी ने कहा कि अगर खुफिया तंत्र ने ठीक से काम किया होता तो हादसे को रोका जा सकता था।

बनर्जी ने विस्फोट में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिजनों को मुआवजे के चेक बांटने के बाद कहा, “मैं आपके सामने सिर झुकाती हूं और इस घटना (16 मई को अवैध पटाखा कारखाने में विस्फोट) के लिए माफी मांगती हूं।”

उन्होंने विस्फोट में मारे गए लोगों के परिवारों के एक-एक सदस्य को 'होमगार्ड' के पद पर नियुक्ति का पत्र भी सौंपा।

बनर्जी ने कहा कि अवैध कारखाने के मालिक एवं मुख्य आरोपी के परिवार के दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि यदि वे किसी अन्य अवैध पटाखा इकाई को चालू पाते हैं तो स्थानीय पुलिस को सूचित करते रहें।

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बनर्जी ने यह भी कहा कि वह विस्फोट के दिन से खड़ीकुल आने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन खराब मौसम के कारण नहीं आ सकीं।

बनर्जी ने कहा, “हम यहां के लोगों के संपर्क में रहे। खराब मौसम के कारण मैं नहीं आ सकी। मैं यहां आपका साथ देने आई हूं, राजनीति करने नहीं।”

उन्होंने कहा, “हमारी पुलिस ने मुख्य आरोपी को कटक के एक अस्पताल से गिरफ्तार किया था, जहां उसे फर्जी नाम का इस्तेमाल करके भर्ती कराया था। लेकिन दुर्भाग्य से, कुछ भी बताने से पहले ही उसकी मौत हो गई।”

बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ राज्य के मुख्य सचिव एच. के. द्विवेदी भी थे।

बनर्जी पश्चिम बंगाल की पुलिस मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि एगरा थाने के प्रमुख का तबादला कर दिया गया “क्योंकि उन्होंने अवैध पटाखा कारखाने की जानकारी के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की थी”

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बनर्जी ने स्थानीय लोगों से राज्य की सीमाओं पर नजर रखने का आग्रह किया। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड से राज्य में हथियारों की तस्करी की जा रही है। यहां अवैध पटाखे भी बनाए जाते हैं और फिर पड़ोसी ओडिशा भेजे जाते हैं।

बनर्जी ने दावा किया कि विस्फोट ने राज्य सरकार की “आंखें खोल दी हैं” और सरकार ने पटाखों के लिए क्लस्टर स्थापित करने का फैसला किया है जहां केवल हरित पटाखे बनाए जाएंगे।

उन्होंने कहा, “इस घटना ने हमारी आंखें खोल दी हैं। मुझे दो महीने में मुख्य सचिव के नेतृत्व वाली समिति की ओर से एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी। हम पटाखा फैक्टरियों के लिए क्लस्टर स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। मालिकों को पटाखों के लिए नहीं बल्कि हरित पटाखों के लिए क्लस्टर स्थापित करने होंगे। ये क्लस्टर आवासीय क्षेत्रों से दूर स्थापित किए जाएंगे।”

 










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