बुजुर्ग को शताब्दी एक्सप्रेस में चढ़ने से रोकने के मामले में रेलवे ने दिए जांच के आदेश
शुक्रवार को एक बुजुर्ग को शताब्दी एक्सप्रेस पर चढ़ने से रोका गया था। जिसके बाद मामले को बढ़ता देख रेलवे ने जांच के आदेश दिए हैं। बुजुर्ग का कहना है कि उनके पहनावे के कारण उन्हें ट्रेन पर चढ़ने से रोका गया था। जबकि उनके पास टिकट भी थी।
इटावा: शताब्दी एक्सप्रेस में चढ़ने से बुजुर्ग को रोकने के मामले में रेलवे ने जांच के आदेश दिए हैं। लेकिन रेलवे प्रशासन अपनी गलती मानने से मना कर रहा है। बुजुर्ग का कहना है कि उन्होनें धोती-कुर्ता और हवाई चप्पल पहनी हुई थी, इसलिए उन्हें ट्रेन में चढ़ने से मना कर दिया गया था।
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वहीं दूसरी तरफ रेलवे ने इस बारे में सफाई देते हुए कहा कि बुजुर्ग के साथ कपड़ों को लेकर कोई भादभाव नहीं किया गया है। बल्कि वो गलत कोच में चढ़ गए थें। उन्होनें बताया कि बाराबंकी के रहने वाले राम अवधदास का कोच सी-2 और सीट नंबर 71 रिजर्वेशन था, लेकिन वो जेनरेटर यान में चढ़ने की कोशिश कर रहे थें। जिसे देखते हुए ऑन ड्यूटी आरपीएफ स्टाफ ने उन्हें उस कोच में चढ़ने नहीं दिया। जिसके बाद बुजुर्ग ने शिकायत रजिस्टर में शिकायत की और बस से अपना सफर पूरा किया।
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जब तक राम अवधदास अपनी कोच तक पहुंचते तब तक ट्रेन चल पड़ी थी। पीआरओ ने बताया कि इस मामले में 4 जुलाई को उस कोच में तैनात आरपीएफ जवान, कोच कंडक्टर और कोच अटेंडेंट से पूछताछ की जाएगी।