विकास दुबे के कई गुर्गों समेत करीबियों की संपत्ति SIT के रडार पर, प्राधिकरणों से जानकारी तलब
कानपुर कांड के मास्टरमाइंड और मुठभेड़ में मारे गये गैंगस्टर विकास दुबे समेत उसके करीबियों और गुर्गों की संपत्ति की जांच के लिये एसआईटी ने विभिन्न प्रधिकरणों को चिट्ठी लिखकर जानकारी मांगी है। पूरी खबर..
लखनऊ: कानपुर पुलिस हत्याकांड के मास्टरमाइंड और मुठभेड़ में मारे गये गैंगस्टर विकास दुबे समेत उससे जुड़े कई करीबियों की संपत्ति अब एसआईटी के रडार पर आ गयी है। कानपुर कांड की जांच कर रही एसआईटी ने विभिन्न जिलाधिकरियों और प्राधिकरणों को इसके लिये चिट्ठी लिखी है और उनकी संपत्ति का ब्यौरा देने को कहा है। एसआईटी का भी मानना है कि विकास दुबे अवैध तरीकों से जो भी काली कमाई करता था, उससे अपने करीबियों के नाम पर बैनामी संपत्ति खरीदने में खर्च करता था।
कानपुर कांड की जांच में जुटी एसआईटी ने विकास दुबे के गृह नगर कानपुर के अलावा लखनऊ, गाजियाबाद के विकास प्राधिकरणों समेत कानपुर देहात के जिला प्रशासन और नोएडा, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी, यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी को चिट्ठी भेजकर उससे जुड़े कम से कम 57 लोगों की संपत्तियों की जानकारी मांगी है।
यह भी पढ़ें |
VIDEO: कानपुर पुलिस हत्याकांड में SIT को बयान देने पहुंचे गिरफ्तार श्यामू वाजपेयी के परिजन, मीडिया से कही ये बात..
एसआईटी को पता चला है कि विकास दुबे, उसके परिवार, निकट संबंधियों और गैंग के सदस्यों के द्वारा विभिन्न स्थानों पर भवनों और भूखंडों को खरीदा गया है, इसलिये संबंधित प्रशासन और प्राधिकरण से बारे में जानकारी मांगी है।
यह भी पढ़ें |
अपराधी विकास दुबे के साथी जय बाजपेई की सम्पत्तियों की जाँच के लिए सरकार ने आईटी और ईडी को लिखा पत्र
एसआईटी ने अपनी चिट्ठी में 50 से अधिक लोगों की सूची भी अधिकारियों को भेजी है। इस सूची में विकास दुबे के गैंग से जुड़े कई लोगों के नाम भी शामिल है। गैंग के सदस्यों के नाम पर खरीदे गए मकान, फ्लैट या भूखंडों उनके नाम पर होने वाली ठेकेदारी का भी ब्योरा जुटाया जा रहा है। एसआईटी ने तीन जिलों के जिलाधिकारियों समेत अन्य प्राधिकरणों से इस बारे में जानकारी मांगी है।