Kisan Andolan: किसान नेता राकेश टिकेत बोले- दिल्ली में जारी रखेंगे आंदोलन, सरकार को वापस लेना होगा कानून
नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच किसान नेता राकेश नेता ने कहा कि सरकार को नये कानून वापस लेने ही होंगे। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट
नई दिल्ली: नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। सुप्रीर्म कोर्ट के फैसले और मामले के समाधान के लिये कमेटी गठित करने के बावजूद भी किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। दिल्ली-एनसीआर के कई बॉर्डर्स पर किसानों का प्रदर्शन पिछले 53 दिनों से लगातार चल रहा है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकेत ने ऐलान किया है कि दिल्ली की सीमा पर किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और सरकार को नये कानून वापस लेने ही पड़ेंगे।
भारत किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को कहा है कि दिल्ली की सीमा पर देश के लाखों किसान आंदोलन कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना ही पड़ेगा और जब तक किसान इन नये कानूनों को पावस नहीं लेती तब तक किसान अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे।
राकेत टिकैत ने यह भी कहा कि किसान सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित कमेटी के सामने नहीं जाएंगे और सरकार को कृषि कानून वापस लेना ही पड़ेगा। राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगा।
इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री का एक बयान भी सामने आया है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हमने किसान संगठनों को एक प्रस्ताव भेजा था जिसमें हम उनकी मंडी से जुड़ी समस्याओं, व्यापारियों के पंजीकरण और दूसरे मुद्दों पर चर्चा के लिए राजी हो गए थे, सरकार पराली और बिजली से जुड़ी समस्याओं पर भी चर्चा करने को तैयार थी, लेकिन किसान सिर्फ कानून को रद्द कराना चाहते हैं, लेकिन ज्यादातर किसान और विशेषज्ञ कृषि कानूनों के पक्ष में हैं।
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कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कानून को लागू नहीं किया जा सकता है। अब हमें उम्मीद है कि 19 जनवरी को किसान बिंदूवार चर्चा करें और सरकार को बताएं कि कृषि कानून रद्द करने के अलावा वे और क्या चाहते हैं?