हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स के ओएफएस में ‘ग्रीन शू’ विकल्प का इस्तेमाल करेगी सरकार
वित्त मंत्रालय ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लि. (एचएएल) की बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर लगातार अच्छी प्रतिक्रिया मिलने पर ‘ग्रीन शू’ विकल्प इस्तेमाल करने का फैसला किया है। रक्षा मंत्रालय के तहत केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम एचएएल के ओएफएस को पहले दिन ही 4.5 गुना अभिदान मिल गया है।
नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लि. (एचएएल) की बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर लगातार अच्छी प्रतिक्रिया मिलने पर ‘ग्रीन शू’ विकल्प इस्तेमाल करने का फैसला किया है। रक्षा मंत्रालय के तहत केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम एचएएल के ओएफएस को पहले दिन ही 4.5 गुना अभिदान मिल गया है।
निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने ट्वीट किया, “एचएएल में सरकार के शेयरों के ओएफएस को पहले दिन जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है। पहले दिन निर्गम को 4.5 गुना अभिदान मिला। इसके बाद सरकार ने ग्रीन शू विकल्प का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। खुदरा निवेशकों को कल बोली लगाने का मौका मिलेगा।’’
यह भी पढ़ें |
भागवत की टिप्पणी पर सिब्बल का तंज, ‘इंसान को इंसान ही रहना चाहिए’
ओएफएस में 1.75 प्रतिशत या 58.51 लाख शेयरों की पेशकश की गई है। इसमें इतने ही अतिरिक्त अभिदान को रखने का विकल्प भी है।
सरकार ने बुधवार को एचएएल में 2,450 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का प्रस्ताव रखा था। अगर निर्गम को पूर्ण अभिदान मिलता है तो ओएफएस से सरकारी खजाने को लगभग 2,800 करोड़ रुपये मिलेंगे।
यह भी पढ़ें |
बालासोर ट्रेन दुर्घटना मामले में सीबीआई ने तीन रेलकर्मियों को गिरफ्तार किया
ओएफएस के पहले दिन, बीएसई पर एचएएल का शेयर 4.87 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,497.40 रुपये पर बंद हुआ।
वर्तमान में, सरकार की एचएएल में 75.15 प्रतिशत हिस्सेदारी है।